सार
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने इस हत्यकांड में आरोपी अंकित सिरसा से गिरफ्तार किया है। जिसने सिंगर पर सबसे नजदीक से गोली चलाई थी।
चंडीगढ़. पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में करीब दर्जनभर आरोपियों को अरेस्ट कर लिया गया है। अब दिल्ली पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है, क्योंकि पुलिस ने शूटआउट करने वाले अंकित और उसके साथी सचिन को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि अंकित ने मूसेवाला पर सबसे नजदीक से गोली चलाई थी। वह हत्या करने वाली प्रियव्रत की गाड़ी में मौजूद था।
पंजाब पुलिस की वर्दी पहनकर घूम रहा था आरोपी
दरअसल, दिल्ली पुलिस ने अंकित सिरसा को दिल्ली के कश्मीरी गेट इलाके से बीती रात गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी पंजाब पुलिस की वर्दी पहनकर घूम रहा था, ताकि किसी को उस पर शक न हो। पुलिस ने उसके पास से पंजाब पुलिस की तीन वर्दी के अलावा एक 9mm की पिस्टल, एक .3mm की पिस्टल और डोंगल के साथ दो मोबाइल सेट बरामद किया है। वह कुछ दिन पहले ही दिल्ली आया था, क्योंकि उसको लगने लगा था कि वह अपने ठिकाने में सुरक्षित नहीं है। वहीं उसके साथी सचिन चौधरी को भी भिवानी से हिरासत में लिया है।
चार राज्यों की पुलिस दोनों की कर रही थी तलाश
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने अंकित और सचिन को तीन जुलाई की रात 11 गिरफ्तार किया है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो यह दोनों आरोपी
शूटर्स लॉरेंस बिश्नोई के करीबी हैं। जिनको पकड़ने के लिए दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में पुलिस की ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही थी। वहीं इन दोनों के अलावा मूसेवाला हत्याकांड के बाकी आरोपी शार्प शूटर मनप्रीत मनु कुस्सा, जगरूप रूपा और दीपक मुंडी के महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में छिपे रहने का बात सामने आ रही है। दिल्ली-पंजाब पुलिस इन राज्यों की पुलिस को साथ मिलकर उनकी तालश में जुटी है।
29 मई को मूसेवाला पर हुई थी अंधाधुंध फायरिंग
बता दें कि पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या हुई एक महीने से ज्यादा का वक्त हो गया है। लॉरेंज विश्नोई के गुर्गों ने 29 मई को मानसा जिले में मूसेवाला पर गोली मार हत्या कर दी गई थी। बिना बुलेटप्रूफ गाड़ी से निकले मूसेवाला पर अंधाधुंध फायरिंग की गई थी। उन पर 40 राउंड से अधिक फायरिंग की गई थी। मूसेवाला के शरीर पर 19 जख्म मिले। 7 बुलेट तो सीधे उनके शरीर में लगी थी। हत्या के एक दिन पहले ही पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने उनकी सुरक्षा वापस ली थीहमला के दौरान उनके साथ कोई गनमैन नहीं था।