सार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विर्क खुर्द पंचायत ने बकायदा लेटर जारी किया है, जिसमें लिखा गया है कि आंदोलन में जाने वाले सदस्य को वहां कम से कम सात दिन रहना होगा। आंदोलन में अगर किसी के वाहन को नुकसान होता है तो उसके भरपाई की जिम्मेदारी पूरे गांव की होगी।
बठिंडा (Punjab) । सरकार की सख्ती के बीच पंजाब में किसान आंदोलन को लेकर तालिबानी फरमान जारी किया गया है। सोशल मीडिया में वायरल हो रहे एक लेटर के मुताबिक विर्क खुर्द गांव की पंचायत ने आंदोलनकारी का साथ देने का फैसला लिया है। साथ ही कहा है कि गांव के हर परिवार से एक सदस्य दिल्ली बॉर्डर पहुंचे, नहीं तो उनपर 1500 रुपए का जुर्माना लगेगा। इतना ही नहीं, जुर्माना अदा नहीं करने पर सामाजिक बहिष्कार करने की भी धमकी दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दूसरी पंचायतें भी कुछ ऐसे ही प्रस्ताव पास करने की तैयारी में हैं।
एक व्यक्ति को 7 दिन रहना है जरूरी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विर्क खुर्द पंचायत ने बकायदा लेटर जारी किया है, जिसमें लिखा गया है कि आंदोलन में जाने वाले सदस्य को वहां कम से कम सात दिन रहना होगा। आंदोलन में अगर किसी के वाहन को नुकसान होता है तो उसके भरपाई की जिम्मेदारी पूरे गांव की होगी।
गुरुद्वारों से अनाउंस करने की अपील
भारतीय किसान यूनियन (दोआबा) लोगों तक सोशल मीडिया के जरिए पहुंच रही है। खबर है कि वह अपील कर रही है कि गांव के गुरुद्वारों से अनाउंसमेंट कर बताया जाए कि दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन की स्टेज दोबारा लग गई है। सब शांति से धरने पर बैठ गए हैं। आंदोलनकारियों के लौटने की अफवाह फैलाई जा रही है, जबकि इससे उलट भीड़ दोगुना हो चुकी है। दिल्ली में इंटरनेट बंद है, नहीं तो आपको मौके के हालात तो लाइव करके दिए जाते।