सार

देश में पेट्रोल व डीजल का संकट बढ़ाता जा रहा है, जिसका असर राजस्थान में भी दिख रहा है। प्रदेश के पेट्रोल पंप शाम तक बंद हो सकते है। इससे वाहन चालकों की समस्या बढ़ सकती है...

जयपुर (jaipur). देश में पेट्रोल व डीजल का संकट बढ़ता ही जा रहा है। इसके बीच राजस्थान से बड़ी खबर निकल कर आ रही है। जहां प्रदेश में 2500 से ज्यादा पेट्रोल पंप आज शाम तक बंद हो सकते हैं। पेट्रोलियम कंपनियों के नए नियम व राशनिंग से इन पंप्स पर पेट्रोल व डीजल का स्टॉक खत्म हो गया है। जिसके चलते इन पेट्रोल पंप मालिकों के लिए उपभोक्ताओं को शाम तक भी तेल उपलब्ध करवाना मुश्किल हो गया है। ऐसे में जहां उन पर पेट्रोल पंप को बंद करने का संकट गहरा गया है। वहीं, पेट्रोलियम कंपनियों के नियमों के खिलाफ भी आक्रोश उबाल खाता जा रहा है।

राशनिंग ने बढ़ाई परेशानी

पेट्रोल व डीजल का संकट सबसे ज्यादा एचपीसीएल व बीपीसीएल के पेट्रोल पंप पर गहरा रहा है। रूस- यूक्रेन युद्ध से बढ़ी पेट्रोल व डीजल की कीमतें कम करने के लिए जब से केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी घटाई है तभी से इन कंपनियों ने तेल की राशनिंग (अवैध रूप से स्टोर करना) शुरू कर दी है। जिसके चलते पेट्रोल पंप को मांग के मुताबिक पेट्रोल व डीजल नहीं मिल पा रहा है। जिसके चलते पेट्रोल पंप संचालकों में कंपनियों के प्रति आक्रोश गहरा रहा है।

सैंकड़ों हुए बंद, हजारों पर संकट
राजस्थान में पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल की किल्लत से सैंकड़ों पेट्रोल पंप से पेट्रोल व डीजल की सप्लाई बंद हो गई है। जिसकी शुरुआत सबसे पहले झुन्झुनूं में देखी गई थी। जहां कई पेट्रोल पंप बंद हो चुके हैं। इसके अलावा जयपुर के सीतापुरा सहित ग्रामीण इलाकों के 150 से ज्यादा पेट्रोल पंप पर पेट्रोल व डीजल खत्म होने के कगार पर हैं। पूरे प्रदेश की बात करें तो करीब 2500 पेट्रोल पंप संचालकों के सामने तेल आपूर्ति का संकट गहरा गया है। 

केंद्रीय मंत्री को लिखा पत्र

तेल कंपनियों की नीतियों के खिलाफ राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने मोर्चा भी खोल दिया है। मामले में एसोसिएशन अध्यक्ष सुनीत बगई और सचिव शशांक कौरानी के द्वारा केन्द्रीय पेट्रोलिमय मंत्री हरदीप पुरी को पत्र लिखा गया है। जिसमें तेल की सप्लाई डिमांड के अनुसार पूरी करने की मांग की गई है।