सार

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की 23 वीं बैठक में किसानों के लिए कई घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि के कारण जिन किसानों की फसलें खराब हुई है सरकार उन्हें नियमानुसार मुआवजा देगी। जानिए कितनी राशि की गई निर्धारित।
 

जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की 23 वीं बैठक में किसानों के लिए कई घोषणाएं की । गहलोत जयपुर में आज दोपहर में इस बैठक में शामिल हुए थे । उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि के कारण जिन किसानों की फसलें खराब हुई है सरकार उन्हें नियमानुसार मुआवजा देगी। गिरदावर और पटवारी की रिपोर्टों के बाद मुआवजा देने का काम जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा।  भारी बारिश के कारण किसानों की जो फसलें खराब हुई उसे लेकर सरकार के पास करीब 1 लाख 60 हजार से भी ज्यादा क्लेम आए हैं। अब सरकार अपने हिसाब से इन क्लेम का सर्वे करा रही है। अब तक करीब 35 हजार से ज्यादा सर्वे सरकार ने करा दिए हैं। आने वाले कुछ दिनों में सर्वे का काम पूरा कर दिया जाएगा और संभव है कि अगले महीने की शुरुआत से सरकार मुआवजा बांटना शुरू कर दे। 

16 हजार करोड़ का दे चुकी बीमा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान सरकार पिछले 3 सालों के दौरान 16 हजार करोड़ का फसल बीमा दे चुकी है। जिन भी किसानों ने क्लेम किया उनमें से करीब 90 फ़ीसदी को मुआवजा दिया गया है। इस बार बारिश ने पिछले सालों की तुलना में फसल को ज्यादा खराब किया है ।ऐसे में सरकार जल्द से जल्द क्लेम और सर्वे कराकर मुआवजा देने की तैयारी कर रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार जल्द ही 1 लाख 20 हजार से भी ज्यादा सरसों की बुवाई के मिनी किट बांटेगी। ताकि समय पर फसल की बुवाई की जा सके।

 गहलोत ने पशुपालकों के लिए भी कुछ घोषणा की। उन्होंने कहा कि राजस्थान में 6 लाख पशुपालकों के लिए जल्द ही बीमा योजना शुरू कर दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि राजस्थान में लंपी वायरस के कारण लाखों पशुपालक परेशान हुए। लंपी से करीब 12 लाख से ज्यादा मवेशी संक्रमित हुए और इनमें से करीब एक लाख ने दम तोड़ दिया। सरकार की रिपोर्ट के अलावा बात की जाए तो भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि लंपी वायरस से राजस्थान में 9 लाख मवेशियों की मौत हुई है और करीब 20 लाख से ज्यादा मवेशी संक्रमित हुए हैं।

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