सार

कुल 46 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित किए गए थे। परीक्षा का समय सुबह 9 बजे था। आधे घंटे पहले एक ओटीपी भेजा जाता है, जिसके आधार पर परीक्षा केंद्र प्रभारी पेपर डाउनलोड कर उसके प्रिंट आउट निकालता है। ऐसे में जांच का विषय है कि किस सेंटर से पेपर डाउनलोड होने के बाद छात्रों तक पहुंचा।

जोधपुर : राजस्थान (Rajasthan) के जोधपुर (Jodhpur) में परीक्षा से पहले ही पेपर लीक होने का मामला सामने आया है। मथुरादास माथुर अस्पताल स्थित राजकीय बीएससी नर्सिंग कॉलेज में बीएससी नर्सिंग सेकेंड ईयर का पेपर आउट हो गया है। यह फाइनल एग्जाम का अंतिम पेपर था। इस घटना को 10 दिन हो गए। लेकिन अभी तक राजस्थान हेल्थ साइंस यूनिवर्सिटी में पेपर को रद्द करने की कोई सूचना जारी नहीं की है। अलबत्ता इसको लेकर कॉलेज के प्राचार्य को कहा गया है कि वह एक मामला दर्ज करवा दें। उसके बाद प्रिंसिपल मुकेश तेत्रवाल ने शास्त्री नगर थाने में FIR दर्ज करवाया। 

FIR में क्या 
FIR में बताया गया है कि 29 अप्रैल को राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस यह पेपर आयोजित कर रही थी। पेपर शुरू होने के आधे घंटे पहले परीक्षा केंद्र को एक कोड जारी करती है जिसके आधार पर सेंटर इंचार्ज प्रश्न पत्र डाउनलोड करते हैं। लेकिन कोड आने से पहले ही सेंटर के स्टूडेंट्स के मोबाइल में ये पेपर देखा गया। पांच छात्रों के मोबाइल में पेपर को पाया गया। इसकी सूचना यूनिवर्सिटी को दी गई। हालांकि उस दिन पेपर रद्द नहीं किया गया और उसे करवाया गया। अब विश्वविद्यालय की तरफ से कहा गया कि इसकी थाने में रिपोर्ट की जाए।

मोबाइल कॉलेज के पास
प्राचार्य का कहना है कि जिन छात्रों के मोबाइल में पेपर पाया गया था, उनके मोबाइल कॉलेज के पास ही जमा हैं। जरुरत पड़ने पर पुलिस को जांच के लिए दे दिए जाएंगे। फिलहाल पेपर रद्द करने को लेकर राजस्थान हेल्थ यूनिवर्सिटी ने कोई निर्णय नहीं लिया है। इधर, थाना अधिकारी जोगिंदर सिंह का कहना है कि यह नकल का नहीं बल्कि पेपर आउट होने का मामला है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

इसे भी पढ़ें-पांच साल पहले ब्लैक लिस्ट कॉलेज को बिहार लोक सेवा आयोग ने बना दिया सेंटर, सवालों के घेरे में BPSC के अफसर

इसे भी पढ़ें-BPSC पेपर लीक : IPS सुशील कुमार के नेतृत्व में EOW ने शुरू की जांच, एग्जाम से पहले वायरल हुआ था स्क्रीनशॉट