सार
राजस्थान में भीषण गर्मी के बीच आखातीज पर एक ही दिन में पंद्रह हजार से ज्यादा शादियां होंगी बैंड बाजा और बारात के आयोजन में होंगे दो हजार करोड़ से भी ज्यादा खर्च, मुस्कुराया बाजार
जयपुर. चैत्र नवरात्र के बाद से ही देश में शादियों का सीजन शुरू हो जाता है। लोग मुहुर्त देखकर शादियां करते है। फिर भी कुछ ऐसे मुहुर्त भी होते है जो बहुत ही खास होते है और जिनमें शादियां होना और भी खास माना जाता है। ऐसे ही मुहुर्त में राजस्थान में आखा तीज का त्यौहार होता है जिसमें लोग शादियां करते है। कोरोना की पाबंदियों हटने के बाद आखातीज का यह त्यौहार किसी बड़े उत्सव से कम नहीं है। इस बीच राजस्थान में कोयले की कमी है, इस कारण बिजली का संकट है। बिजली के संकट के साथ पानी की समस्या भी बढ़ रही है और पानी की समस्या के बीच गर्मी है कि पिछले कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ रही है। लेकिन इस बार तीन मई 2022 को जो रिकॉर्ड टूट रहा है वह रिकॉर्ड बाजार को मुस्कराहट की वजह दे रहा है। रिकॉर्ड है एक दिन में हजारों शादियां एक ही समय में होने का। जयपुर समेत लगभग सभी जिलों में शाइनाईयों की गूंज रहेगी और इस गूज के बीच हजारों दूल्हों की बारात में लाखों बाराती झूमेंगे।
दो हजार करोड़ से ज्यादा पैसा आएगा बाजार में, मुस्कुराएगा बाजार
ऑल इंडिया टैंट डेकोरेटर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि जिन्दल ने बताया कि पाबंदिया हटने के बाद पहली बार है कि बाजार में पैसा आएगा। एक हजार करोड़ रुपए से भी ज्यादा टेंट, सजावट, डीजे, मैरिज गार्डन, रिसोर्ट, हलवाई, केटरिंग और डेकोरेशन पर खर्च होने वाले हैं। बाजार मुस्कुरा रहा है। दो साल से बाजार नब्बे फीसदी तक प्लॉप रहा था। इस बार अब जमकर तैयारी की जा रही है। यह सही है कि पिछले सालों की तुलना में इस साल दाम कुछ ज्यादा हैं। कुछ सालों से ग्रामीण परिवार भी शहरी परिवारों की तरह रिसोर्ट और मैरिज गार्डन लेकर विवाहों के आयोजन कर रहे हैं।
जेवर, वाहन, प्लॉट, उपहार अन्य खरीद पर हजार करोड़ से ज्यादा का खर्च
जयपुर के जौहरी बाजार में तीन पीढ़ी से ज्वैलरी का कारोबार संभाल रहे उमेश काला कहते हैं कि पहली बार बड़ी संख्या में ज्वैलरी की इंक्वायरीज आ रही है। हर दूसरा व्यक्ति ज्वैलरी खरीद भी रहा है। रात को देर तक शोरुम खोल रखे हैं। हांलाकि सोने की कीमतों में पिछले सालों की तुलना में बीस फीसदी तक उछाल आया है, लेकिन आज भी शादी में गोल्ड सबसे ज्यादा जरुरी है। बिल्डर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि कुछ सालों से शादियों के दौरान बेटियों को प्लॉट या फ्लेट देने का चलन बढ़ा है। टू बीएचके फ्लैटस की इंक्वायरी तेजी से बढ़ी है। ऑटोमोबाइल कारोबार से जुड़े मोहम्मद अनीस का कहना है कि कारों की डिमांड शादियों में बढ़ी है। हमने भी अपनी ओर से स्कीमें दी है। दस प्रतिशत डाउन पेमेंट पर ही बुकिंग कर रहे हैं। कारोबारियों के अनुसार एक हजार करोड़ रुपए से भी ज्यादा का कारोबार ज्वैलरी, ऑटोमोबाइल और अन्य उपहारों को लेकर हो रहा है। जयपुर, जोधपुर, उदयपुर शादियों के लिए सबसे बडे़ डेस्टिनेशन हैं। जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा, समेत सात शहरों में पांच समाज के बीस से भी ज्यादा सामूहिक विवाह आयोजित हो रहे हैं।
ऐसा अबूझ मुहुर्त, कि पंड़ितों और ज्योतिषियों से शुभ समय निकलवाने की भी जरुरत नहीं
सबसे ज्यादा जरुरी काम शादी का शुभ मुहुर्त होता है । ज्योतिषाचार्य संतोष शर्मा का कहना है कि आखातीज अबूझ मुहुर्त है। 52 साल के बाद दो विशेष ग्रह उच्च राशि में हैं। शादी के मुहुर्त के दौरान चंद्रमा और सूर्य सबसे ज्यादा देखा जाता है। अच्छी बात ये हैं कि दोनो ही ग्रह अपनी उच्च राशियों में हैं और अच्छा फल दे रहे हैं। चूंकि आखातीज स्वंयसिद्ध अभिजीत मुहुर्त है इसलिए किसी प्रकार के विशेष मुहुर्त की आवश्यक्ता नहीं रह जाती है।
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