सार

राजस्थान से पुलिस विभाग को शर्मशार करने वाला मामला सामने आया है।जहां एक कांस्टेबल ने अपनी पत्नी पर इतना आत्याचार किया कि वो मरने के लिए मजबूर हो गई। आखिरकार महिला ने जिंदगी से तंग आकर ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले उसने सुसाइड नोट लिखा है, जिसमें उसने अपना दर्द बयां किया है। 

पाली. राजस्थान से आए दिन पुलिस विभाग को शर्मशार करने वाले मामले सामने आ रहे हैं। अब जो घटना सामने आई है वह बेहद दुखद है। जहां एक कांस्टेबल ने अपनी पत्नी पर इतना आत्याचार किया कि वो मरने के लिए मजबूर हो गई। आखिरकार महिला ने जिंदगी से तंग आकर ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले उसने सुसाइड नोट लिखा है, जिसमें उसने अपना दर्द बयां किया है। साथ ही मृतका के माता-पिता ने भी आरोपी दामाद की करतूत बताई है, जिसके चलते उनकी बेटी ने खुदकुशी कर ली।

बच्चों से बिछड़ने का गम नहीं सह पाई मृतका
दरअसल, यह घटना पाली शहर के सर्वोदय नगर का है। जहां हेड कांस्टेबल रघुराजसिंह की पत्नी ज्योति कंवर बुधवार शाम को ट्रेन के आगे कूद गई। वो एक सुसाइड नोट भी छोड़ गई है। इसमें हेड कॉन्स्टेबल पति और ससुराल वालों को जिम्मेदार ठहाराया है। जिसमें मृतका ने लिखा है कि उसने  पति के अन्य महिला के साथ अवैध संबंध और बच्चों से बिछड़ने के गम में यह कदम उठा रही है।

कांस्टेबल ने पत्नी की जिंदगी बना रखी थी नर्क
बता दें कि मृतका ज्योति कंवर की शादी 26 फरवरी 2009 को भीलवाड़ा के रायपुर थाना क्षेत्र में जोगरास गांव निवासी रघुराजसिंह राजपूत के साथ हुई थी।  शादी के बाद उसे एक बेटा व एक बेटी हुई। इसी बीच आरोपी पति के अन्य महिला से अवैध संबंध बन गए तो वह पत्नी के साथ मारपीट करने लगा। दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपी ने मृतका के माता-पिता से कह दिया कि वह अपनी बेटी को यहां से ले जाएं। जिसके बाद से वह अपने पीहर में रह रही थी। पीहर पक्ष के लोगों ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।

कई दिन भूखा रखा..बच्चों से भी नहीं मिलने दिया
मृतका के घरवालों ने बताया कि ज्योति की पिछले दिनों ही  26 नवंबर को पति से किसी बात पर विवाद हुआ था। जिसके बाद ससुरालवालों ने बेटी को  बाथरूम में बंद कर दिया था। कई दिन तक उसे भूखा भी रखा है। इतना ही नहीं बच्चे उससे ना मिल सकें इसके लिए बच्चों को ननद के पास दूसरे गांव भेज दिया था। ज्योति ने मरने से पहले अपने  सुसाइड में लिखा इसमें उसने यह सारी बातें लिखी थीं।

न्याय नहीं मिला तो मौत को लगा लिया गले
परिजनों को जब बेटी को प्रताड़ित करने का पता चला तो उसे अपने साथ घर ले आए। जहां उसने अपनी मां के सामने दर्द बयां करते हुए उनसे लिपटकर फूट-फूटकर रोई थी। इसके बाद परजिनों ने 10 दिसंबर को भीलवाड़ा एसपी को लिखित में शिकायत दी थी। इस पर एसपी ने रघुराज सिंह को बुलाकर हिदायत दी। फिर भी उस पर ज्यादा असर नहीं हुआ। ज्योति ने 11 दिसंबर को उदयपुर के प्रतापनगर थाने में रिपोर्ट भी दर्ज करवाई। लेकिन जब कहीं न्याय नहीं मिलता उसने बुधवार को ट्रेन के आगे आकर सुसाइड कर लिया।

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