सार

पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर तेजस्वी सूर्या ने नाराजगी दिखाई। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि गहलोत सरकार भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को करौली जाने की अनुमति दे। पुलिस हमें 40 किलोमीटर पहले रोकने का प्रयास कर रही है। मैं सरकार को चुनौती दे रहा हूं कि हमें रोककर दिखाए।

करौली : राजस्थान (Rajasthan) के करौली (Karauli) में दंगा पीड़ितों से मिलने जा रहे भाजपा नेताओं की न्याय यात्रा को बुधवार को करौली बॉर्डर पर रोक दिया गया। न्याय यात्रा में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया (Satish Poonia) और बीजेपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या (Tejasvi Surya) भी करौली हिंसा पीड़ितों से मिलने जा रहे थे। लेकिन सलेमपुर बॉर्डर पर भाजपा (BJP) की न्याय यात्रा को भारी पुलिस बल ने आगे नहीं बढ़ने दिया। ऐसे में तेजस्वी सूर्या सहित भाजपा नेता धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठे तेजस्वी यादव ने कहा है कि जब तक हमें करौली नहीं जाने दिया जाएगा तब तक धरना जारी रहेगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि या तो करौली जाएंगे या फिर जेल जाएंगे।

चप्पे-चप्पे पर पुलिस
भाजपा की न्याय यात्रा की सूचना पर जिला प्रशासन ने करौली के चप्पे-चप्पे पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया। साथ ही करौली के सभी बॉर्डर रास्तों को सील कर दिया गया। मासलपुर चुंगी पर भी भारी पुलिस जाप्ता तैनात है। आम लोगों को भी वाहनों के साथ शहर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा। इस दौरान भाजयुमो नेता तेजस्वी सूर्या ने कहा कि कांग्रेस की तानाशाही सरकार ने हम सभी को रोका है। गहलोत सरकार हमारा संवैधानिक अधिकार छीन रही है। राजस्थान में प्रशासन की ओर से हिंसा प्रभावित करौली जिले का दौरा करने की इजाजत नहीं देने के बाद भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनकी सरकार के खिलाफ नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने टायरों और घास में आग लगा दी।

इसे भी पढ़ें-करौली हिंसा पर सियासत : बीजेपी सांसद ने विधायक पर लगाए गंभीर आरोप, कहा-उनकी वजह से लोग पलायन को मजबूर

क्या है करौली हिंसा

गौरतलब है कि करौली शहर में 2 अक्टूबर को नव संवत्सर पर निकाली जा रही धार्मिक यात्रा पर समुदाय विशेष के लोगों ने पथराव कर दिया था। पथराव की घटना में करीब 42 लोग जख्मी हुए थे। इस पूरे मामले में पुलिस ने बाद में कई लोगों को गिरफ्तार भी किया था। तभी से करौली शहर में तनाव के हालात बने हुए हैं और लगातार कर्फ्यू जारी है। बुधवार को भाजपा नेता न्याय यात्रा के माध्यम से करौली जाकर दंगा पीड़ितों से मिलना चाह रहे थे। लेकिन पुलिस प्रशासन ने भाजपा की न्याय यात्रा को करौली शहर के बाहर ही बॉर्डर पर रोक दिया। फिलहाल भाजपा नेता और कार्यकर्ता करौली के सलेमपुर बॉर्डर क्षेत्र में धरना देकर बैठे हुए हैं।

इसे भी पढ़ें-करौली-सीकर के बाद अब उदयपुर में भी धारा 144 लागू, एक साथ 5 लोग नहीं हो सकेंगे खड़े, जानिए इसकी वजह

इसे भी पढ़ें-राजस्थान के लिए आज का दिन बहुत बड़ा: सड़क से छतों तक पुलिस तैनात, गहलोत सरकार से लेकर अफसरों की सांस अटकी