सार

रेगिस्तान के फेमस कभी गर्मियों में जहां तापमान 50 डिग्री के ऊपर पहुंच जाता है, अब वहीं पर बर्फबारी हो रही है। ठंडी हवा से हाड़ कंपा देने वाली सर्दी पड़ रही है। फतेहपुर शेखावटी में माइनस डिग्री तक तापमान पहुंच गया है। जर्रा-जर्रा जम गया यहै, ऐसा लग रहा है कि जैसे लोग कश्मीर में रह रहे हो।

जयपुर. राजस्थान में कड़ाके की सर्दी से आज प्रदेश के लोगों को मामूली राहत मिली है। राजस्थान के कई इलाकों में आज पारा जमाव बिंदु पर दर्ज किया गया है। जमाव बिंदु पर पारा होने के बाद भी राहत इसलिए क्योंकि इन इलाकों में पिछले कई दिनों से तापमान माइनस में दर्ज किया जा रहा था। यह है इलाके हैं राजस्थान के फतेहपुर, माउंट आबू और जोबनेर। जहां बीते दो-तीन दिन में तापमान माइनस 6 डिग्री तक पहुंच गया। वही आज भी राजस्थान में करीब 12 से ज्यादा जिलों में शीत लहर चलने का अलर्ट है।

कई शहरों में माइनस में पहुंचा तापमान
आज राजस्थान में तापमान की बात करें तो सबसे कम तापमान माउंट आबू में 0 डिग्री के करीब, राजस्थानी जयपुर के जोबनेर में जीरो डिग्री, फतेहपुर में -0.5 डिग्री दर्ज किया गया है। हालांकि आज राजस्थान में कहीं भी घना कोहरा नहीं छाया रहा और न ही कहीं बर्फ जमने जैसी स्थिति देखने को मिली वहीं पिछले करीब 18 घंटे से राजस्थान में हवा में भी तेजी नहीं है। ऐसे में लोगों को तेज सर्दी का एहसास भी नहीं हो पा रहा है। वही जयपुर मौसम केंद्र की माने तो आज भी राजस्थान में एक दर्जन से ज्यादा जिलों में शीत लहर चलने का अलर्ट है। ऐसे में यहां तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है।

जल्द होगी इन इलाकों में बर्फबारी
अभी प्रदश के मौसम में कल से एक नया पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हुआ है। हालांकि यह विक्षोभ कमजोर है। राजस्थान में अगले तीन से चार दिन तापमान में दो से 4 डिग्री बढ़ोतरी होने की संभावना है। वही राजस्थान में अगले 3-4 दिन मौसम शुष्क रहने वाला है। अब सर्दी मौसम में कोई नया पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने या पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होने पर ही बढ़ेगी। वही राजस्थान में इस बार कई फसलों को नुकसान भी हुआ है क्योंकि सर्दियों में होने वाली मावठ की बारिश फसलों के लिए बेहद जरूरी होती है। लेकिन राजस्थान में इस सीजन में मावठ की बारिश तक नहीं हुई है।

मौसम विभाग ने किया लोगों को अलर्ट
मौसम विशेषज्ञों की मानें तो कश्मीर हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी इलाकों में मकर सक्रांति के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने से वहां बारिश या बर्फबारी हो सकती है। ऐसे में इसका असर राजस्थान में भी देखने को मिलेगा। पहाड़ी इलाकों से आने वाली ठंडी हवाओ राजस्थान में भी सर्दी का असर बढ़ेगा। यहां तापमान माइनस के करीब दर्ज किया जा सकता है।