सार
इन दिनों राजस्थान के जैतून तेल की मांग पूरे देश में बढ़ रही है। खासकर मुंबई-दिल्ली की फाइव और सेवन स्टार होटल में इसकी डिमांड ज्यादा है। जिसे खाने से कई बीमारियां दूर हो जाती हैं। प्रदेश के पढ़े-लिखे युवा इसकी खेती कर लाखों रुपए कमा रहे हैं।
झुंझुनूं (राजस्थान). खाने व दवाओं में काम लिए जाने वाले जैतून के उत्पादन में राजस्थान का झुंझुनूं जिला सुर्खियों में आ गया है। यहां गुणवत्तायुक्त जैतून की खेती के साथ उसके तेल निर्माण का कारोबार भी तेजी से बढ़ रहा है। जिसकी मांग दिल्ली व मुंबई सरीखे महानगरों में लगातार बढ़ रही है। जहां फाइव व सेवन स्टार होटल में खासतौर पर इसे ज्यादा आयात किया जा रहा है। मांग बढ़ती देख झुंझुनूं में बहुत से नए किसान भी जैतुन की खेती से जुड़ रहे हैं। जो खेती से सालाना लाखों रुपए कमा रहे हैं।
पढ़े-लिखे युवा खेती कर कमा रहे लाखों रुपए
जैतून की खेती करने वाले झुंझुनूं के झेरली गांव निवासी मुकेश मांझु ने बताया कि वह एमए व बीएड योग्यताधारी है। जिसे उसके परिजनों व दोस्तों ने सरकारी नौकरी के लिए भाग्य आजमाने की सलाह दी थी। लेकिन, उसने नवाचारी खेती की राह पकड़ी। वर्ष 2015 में उसने जैतून की चार किस्मों के 400 से ज्यादा पौधे सात बीघा जमीन में लगाए। जिनमें करीब तीन साल बाद फल आने लग गए। जिनका लूणकरणसर स्थित सरकारी रिफाइनरी में तेल निकलवाकर उसने बेचा तो खासा अच्छा मुनाफा हुआ। जिसके बाद से वह लगातार जैतून की खेती कर सालाना लाखों रुपए कमा रहा है। इसी तरफ पिलानी निवासी महेश भी जैतून की खेती से अच्छी खासी आय हासिल कर रहे हैं।
2 हजार रुपए लीटर तक बिकता है ये तेल, 5 एंड 7 स्टार होटल में डिमांड
मांझु ने बताया कि जैतून के तेल की कीमत उसकी गुणवत्ता पर तय होती है। ये एक हजार से दो हजार रुपए प्रति लीटर के भाव से बिकता है। खासतौर पर मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, चंडीगढ़ व गुरुग्राम जैसे बड़े शहरों में इसे ज्यादा खरीदा जा रहा है। जहां होटल में इसकी मांग ज्यादा हो रही है।
कई बीमारियों को खत्म करता है ये खास तेल
खाने के साथ जैतून का तेल औषधी में भी काम आता है। वरिष्ठ आर्युवेदिक चिकित्सक मधुसूदन जोशी के अनुसार जैतून का तेल मोटापा करने के साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में उपयोगी है। इसके अलावा त्वचा व दिल के रोगों में भी ये काफी कारगर है। इसकी मालिश से हड्डियां भी मजबूत होती