सार

कुछ लड़कियों की आदत होती है कि वे अपने बॉयफ्रेंड्स को बार-बार सोशल मीडिया, फोन यहां तक कि ईमेल पर भी ब्लॉक कर देती हैं। इससे उनके प्रेमी मानसिक परेशानियों से जूझने लगते हैं।

रिलेशनशिप डेस्क। कुछ लड़कियों की आदत होती है कि वे अपने बॉयफ्रेंड्स को बार-बार सोशल मीडिया, फोन यहां तक कि ईमेल पर भी ब्लॉक कर देती हैं। इससे उनके प्रेमी मानसिक परेशानियों से जूझने लगते हैं। कई बार वे समझ नहीं पाते कि ऐसा क्यों किया गया। हर तरफ से ब्लॉक हो जाने के बाद उनके पास गर्लफ्रेंड से कॉन्टैक्ट करने का कोई जरिया नहीं रह जाता। इससे वे बेचैनी महसूस करने लगते हैं। संपर्क करने के लिए दोस्तों और परिचितों का सहारा तो लिया जा सकता है, लेकिन इससे जगहंसाई और बदनामी होने का डर भी रहता है। इसलिए समस्या गंभीर हो जाती है। 

ब्लॉक होने पर लगती है दिल पर चोट
साइकोलॉजिस्ट्स का मानना है कि ब्लॉक होने की स्थिति में किसी व्यक्ति के मन पर बहुत बुरा असर पड़ता है। वह आहत महसूस करता है। उसके दिल पर चोट लगती है। अगर ब्लॉक करने वाला अनजान शख्स है तो कोई खास फर्क नहीं पड़ता, लेकिन वह बेहद करीबी है तो दर्द जानलेवा हो जाता है। ज्यादा संवेदनशील लोग ब्लॉक किए जाने से भीतर से टूट जाते हैं और डिप्रेशन तक के शिकार हो जाते हैं। जानते हैं, आखिर लड़कियां क्यों अपने प्रेमियों को अक्सर ब्लॉक करने लगती हैं।

1. पार्टनर पर भरोसे की कमी
सोशल मीडिया, वॉट्सऐप, फोन और यहां तक कि ईमेल पर भी ब्लॉक कर दिए जाने के पीछे एक वजह पार्टनर पर भरोसे की कमी का होना भी है। लड़कियों को लगता है कि उनका पार्टनर कहीं उन्हें धोखा तो नहीं दे रहा। प्यार का संबंध पूरी तरह परस्पर भरोसे की बुनियाद पर टिका होता है। जब इसमें दरार आ जाती है तो लड़कियां ब्लॉक कर संबंध तोड़ने का संकेत दे देती हैं। लेकिन उन्हें कम्युनिकेशन के सारे चैनल बंद नहीं करने चाहिए। हो सकता है, उनका प्रेमी ईमानदार और समर्पित हो। 

2. शक होना
कहा गया है कि शक की बीमारी का इलाज हकीम लुकमान के पास भी नहीं था। कुछ लड़कियां काफी शक्की मिजाज की होती हैं। वे हमेशा अपने प्रेमियों को संदेह भरी नजरों से देखती हैं। उन्हें यह शक होता है कि उनकी प्रेमी से जो अंतरंग बातें होती हैं, उन्हें वह किसी दूसरे शख्स को तो नहीं बता रहा। उसके इंटिमेट मैसेज दूसरों को तो फॉरवर्ड नहीं किए जा रहे। भले ही इसमें कोई सच्चाई नही हो, लेकिन ऐसा शक होने पर वे ब्लॉक कर देना ही सबसे आसान तरीका समझती हैं। 

3. गुस्सा होने पर
जो लड़कियां काफी गुस्से वाली और शॉर्ट टेम्पर्ड होती हैं। किसी भी रिलेशन में वाद-विवाद और मामूली लड़ाई होना स्वाभाविक है। ऐसा होने पर इस तरह की लड़कियां सबसे पहले ब्लॉक करने का ही तरीका अपनाती हैं। लेकिन ये सभी चैनलों पर ब्लॉक नहीं करतीं और गुस्सा ठंडा होने पर अनब्लॉक भी कर देती हैं। 

4. ब्लैकमेल किए जाने का डर
आजकल ऐसी खबरें काफी आती हैं कि प्रेमी ने प्रेमिका की बातचीत रिकॉर्ड कर ली या अंतरंग पलों की वीडियो रिकॉर्डिंग कर ली और उसके जरिए उन्हें ब्लैकमेल किया जाने लगा। इन खबरों का असर लड़कियों के मन पर ऐसा पड़ता है कि उन्हें अपने प्रेमियों पर भरोसा नहीं रह जाता। जबकि ऐसा काम अपराधी किस्म के लोग करते हैं, पर जब डर पैदा होता है तो लड़कियां अपने मासूम प्रेमियों को भी ब्लॉक कर देती हैं। 

5. मानसिक विकृति
कुछ मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि कोई अपने बेहद करीबी इंसान को ब्लॉक करता है, फिर कुछ समय के बाद अनब्लॉक कर देता है और ऐसा बार-बार करता है तो इसके पीछे किसी तरह की मानसिक विकृति हो सकती है जो असुरक्षा के भय से पैदा होती है। ऐसी लड़कियां और प्रौढ़ महिलाएं पाई गई हैं जो अपने प्रेमियों को मामूली बातों पर साल में दो से तीन बार तक ब्लॉक कर देती हैं। लेकिन ये कभी हमेशा के लिए ब्लॉक नहीं करतीं। इन्हें मानसिक रूप से अस्थिर कहा जा सकता है। एक बात यह भी देखने में आई है कि जो लोग लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में रहते हैं, ब्लॉक किए जाने की समस्या उनके साथ ज्यादा होती है।