सार
प्यार के रिश्ते बराबरी पर आधारित होते हैं। अगर कोई पार्टनर दूसरे पर अपनी मनमर्जी थोपने लगे तो ऐसा रिश्ता लंबे समय तक नहीं चल पाता।
लाइफस्टाइल डेस्क। प्यार के रिश्ते बराबरी पर आधारित होते हैं। अगर कोई पार्टनर दूसरे पर अपनी मनमर्जी थोपने लगे तो ऐसे रिश्ते ज्यादा लंबे समय तक नहीं चल पाते। आम तौर पर मेल डोमिनेटिंग सोसाइटी में बॉयफ्रेंड अपने पार्टनर पर हावी होने की कोशिश करते हैं और हर जगह अपनी मनमर्जी चलाने की कोशिश करते हैं। ऐसा अक्सर तब होता है जब रिश्ता एक हद तक आगे बढ़ चुका होता है और पीछे हटने की गुंजाइश कम रह जाती है। ऐसे में, लड़कियां रिश्ते को बचाने के लिए समझौता करने पर मजबूर हो जाती हैं और पार्टनर की गलत बातों का भी विरोध नहीं कर पातीं। इससे लड़कों का मनोबल और भी बढ़ने लगता है। हमेशा ध्यान रखें कि प्यार में पार्टनर्स को एक-दूसरे के साथ हमेशा बराबरी का व्यवहार करना चाहिए। साथ ही, एक-दूसरे की पूरी इज्जत करनी चाहिए। अगर आपको लगता है कि आपका बॉयफ्रेंड डोमिनेटिंग नेचर का है तो आप उसमें सुधार के लिए कुछ तरीके अपना सकती हैं। सुधार का मौका हर किसी को एक हद तक देना चाहिए।
1. विश्वास करने को कहें
कुछ पार्टनर बेहद शक्की स्वभाव के होते हैं। अगर आप किसी से फोन पर जरूरी बात भी कर रही हों तो उन्हें इसे लेकर शक होता है और वे पूछताछ करना शुरू कर देते हैं। वे जरा भी नहीं सोचते कि इसका आपकी भावनाओं पर क्या असर पड़ेगा। ऐसे में, आप उन्हें विश्वास करने को कहें। किसी भी रिश्ते की नींव परस्पर विश्वास पर ही टिकी होती है। आप अपने पार्टनर को समझाएं। हो सकता है, पार्टनर की समझ में बात आ जाए और आगे से वह आपको टोकना बंद कर दे।
2. गलत बात का विरोध करें
अगर पार्टनर आप पर हावी होने की कोशिश करता है और अपनी मर्जी आप पर थोपना चाहता है तो खुल कर उसका विरोध करें। अगर दबाव में आकर एक बार आपने उसकी बात मान ली तो उसका मनोबल बढ़ जाएगा और फिर हर मौके पर वह आपको दबाने की कोशिश करेगा। इसलिए गलत बात का हर हाल में और अंतिम दम तक विरोध करें।
3. अपनी व्यक्तिगत आजादी न खोएं
किसी के साथ प्यार के रिश्ते में होने का मतलब यह नहीं है कि आपने अपना स्वतंत्र वजूद खो दिया है और किसी की महज कठपुतली बन कर रह गई हैं। सबका अपना एक स्वतंत्र व्यक्तित्व होता है। डोमिनेटिंग नेचर वाले पार्टनर चाहते हैं कि उनकी हर बात मानी जाए और कोई भी कदम आप उनसे पूछे बिना न उठाएं। ऐसा नहीं करने पर वे नाराज होने लगते हैं। आप इसकी जरा भी परवाह नहीं करें और खुल कर बता दें कि आपका भी अपना एक वजूद है।
4. पर्सनल स्पेस बनाए रखें
किसी से प्यार का मतलब यह नहीं कि आपकी जिंदगी में अब निजी कुछ भी नहीं रहा। आप अपनी रुचि का फैसला करने के लिए हमेशा स्वतंत्र हैं। अगर पार्टनर आपकी बातों में ज्यादा दखलंदाजी करता हो तो उससे साफ बात करें कि आपको पर्सनल स्पेस चाहिए और इसे लेकर कोई समझौता आप नहीं कर सकेंगी।
5. काउंसलर की मदद लें
कई बार पार्टनर आपसे इस हद तक जुड़ा होता है कि आप चाहते हुए भी उससे रिश्ता तोड़ने का विकल्प नहीं अपना सकतीं। अक्सर ऐसा तब होता है, जब आप शादी के बंधन में बंध गई हों और ब्रेकअप से आपके सामने नई तरह की मुसीबतें पैदा हो सकती हों। अक्सर शादी के बाद ही पार्टनर ज्यादा डोमिनेटिंग होने लगता है। ऐसी हालत में, पार्टनर के बिहेवियर में सुधार के लिए आप काउंसलर की मदद ले सकती हैं। हो सकता है, इससे बिगड़ती बात बन जाए।