सार
कोई भी किसी से रिश्ता बनाता है तो यही चाहता है कि यह लंबे समय तक चले। भारतीय परंपरा में प्यार के रिश्ते को जन्म-जन्मांतर का संबंध माना जाता है। लेकिन कई वजहों से अब लोगों के रिश्ते जल्दी टूट जाते हैं। इसके पीछे पार्टनर्स के परस्पर व्यवहार में कोई न कोई कमी होती है।
लाइफस्टाइल डेस्क। कोई भी किसी से रिश्ता बनाता है तो यही चाहता है कि यह लंबे समय तक चले। भारतीय परंपरा में प्यार के रिश्ते को जन्म-जन्मांतर का संबंध माना जाता है। लेकिन कई वजहों से अब लोगों के रिश्ते जल्दी टूट जाते हैं। इसके पीछे पार्टनर्स के परस्पर व्यवहार में कोई न कोई कमी होती है। कई बार यह कमी ऐसी होती है कि पार्टनर्स एक साथ नहीं रह सकते और वे अलग हो जाते हैं। पार्टनर्स के बीच बढ़ते अलगाव की समस्या को देखते हुए इसे लेकर एक रिसर्च स्टडी की गई कि आखिर लोग अपने पार्टनर में कैसी क्वालिटी देखना चाहते हैं। अपने पार्टनर के व्यवहार में उन्हें सबसे ज्यादा क्या पसंद आता है। जानते हैं इसके बारे में।
कहां हुई यह रिसर्च स्टडी
यह रिसर्च स्टडी ब्रिटेन की स्वानसी यूनिवर्सिटी ( Swansea University) में हुई। बता दें कि साल 1920 में शुरू हुई यह यूनिवर्सिटी अपने शोध कार्यों के लिए पूरी दुनिया में जानी जाती है। इस रिसर्च स्टडी में पश्चिमी यूरोप के देशों के अलावा सिंगापुर, मलेशिया, हांगकांग, यूक्रेन और ऑस्ट्रेलिया के 2700 से ज्यादा स्टूडेंट्स को शामिल किया गया था और लॉन्ग टर्म रिलेशनशिप को लेकर उनकी पसंद के बारे में सवाल किए गए थे। इस स्टडी में शामिल लोगों से यह पूछा गया था कि किसी से जीवन भर रिश्ता निभाने के लिए वह उसमें क्या खूबी देखना चाहते हैं।
किन बातों को लेकर पूछे गए सवाल
प्रतिभागियों से पार्टनर की सुंदरता, फिजिकल अट्रैक्शन, आर्थिक स्थिति, सेंस ऑफ ह्यूमर, स्वभाव में सादगी, धर्म, बच्चे की चाहत, दयालुता की भावना और संवेदनशीलता को लेकर सवाल किए गए थे। इसमें ज्यादा प्रतिभागियों ने पार्टनर के दयालु और संवेदनशील व्यवहार को सबसे ज्यादा तरजीह दी। करीब 22 से 26 प्रतिशत लोगों ने अपने पार्टनर में दयालुता और संवेदनशीलता का होना जरूरी बताया। इसके बाद सुंदरता, फिजिकल अट्रैक्शन और आर्थिक स्थिति को स्थान मिला। सादगी को सबसे कम 10 प्रतिशत प्रतिभागियों ने पंसद किया।
क्या कहना है मुख्य शोधकर्ता का
हाल ही में की गई यह स्टडी 'जर्नल ऑफ पर्सनैलिटी' में पब्लिश हुई है। इस रिसर्च स्टडी के मुख्य शोधकर्ता और लेखक स्वानसी यूनिवर्सिटी के प्रोफसर एंड्रयू जी थॉमस का कहना है कि इस स्टडी से यह पता चला कि रिलेशनशिप को लेकर अलग-अलग संस्कृतियों के लोगों की पसंद में ज्यादा फर्क नहीं है। उन्होंने कहा कि प्यार और संबंधों को लेकर दुनिया भर के स्त्री-पुरुषों के नजरिए और व्यवहार में ज्यादा अंतर नहीं है। उनका कहना था कि खास बात यह है कि रिसर्च से यह उभर कर सामने आया कि लोगों के लिए संवेदनशीलता और दयालुता की भावना ज्यादा महत्व रखती है। इससे इंसान के सकारात्मक व्यवहार और सोच का पता चलता है।