सार
शादी साथ जन्मों का बंधन होता है, लेकिन दुनिया में एक जगह ऐसी है जहां पर सिर्फ एक रात के लिए लड़का और लड़की की शादी की जाती है। आइए आपको बताते हैं, इस अनोखे रीति-रिवाज के बारे में।
रिलेशनशिप डेस्क : चाहे कोई भी जाति हो, धर्म हो या समाज हो शादी को लेकर एक बात जरूर कही जाती है कि यह जिंदगी भर का साथ है और भारत में तो इसे सात जन्मों का साथ कहा जाता है। यहां सात फेरे लेने के बाद दूल्हा-दुल्हन एक-दूसरे के साथ सात जन्म तक एक साथ रहने का वादा करते हैं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत के पड़ोसी मुल्क यानी कि चाइना में एक जगह ऐसी है, जहां पर सिर्फ एक रात के लिए दूल्हा दुल्हन की शादी की जाती है। आइए आज आपको बताते हैं इस अजब-गजब परंपरा के बारे में...
यहां सिर्फ 1 दिन के लिए होती है शादी
दरअसल, चाइना के शिलिंग घाटी में रहने वाले लोग शादी की इस अनोखी परंपरा को निभाते हैं। जहां पर दूल्हा दुल्हन एक रात के लिए पति पत्नी बनते हैं और यहां पर किसी जान पहचान वाले शख्स के साथ नहीं बल्कि यहां घूमने आने वाले सैलानियों को लड़की अपना हमसफर चुनती हैं। पूरे धूमधाम और रीति-रिवाज के साथ दोनों की शादी की जाती है और 1 रात साथ रहने के बाद दोनों एक-दूसरे को छोड़ देते हैं।
ऐसे लड़की चुनती है अपना वर
कहा जाता है कि शिलिंग घाटी में घूमने के लिए आने वाले लोगों को रिझाने के लिए यहां की लड़कियां किश्ती के पास छाता लेकर खड़ी रहती हैं। जब सैलानियों का झुंड यहां आता है तो वह उन्हें लेकर अपने घर जाती है। घर वाले भी सैलानियों का जोरों-शोरों से स्वागत करते हैं। इसके बाद रीति रिवाज और रस्में शुरू होती हैं। दुल्हन के हाथ में एक लाल कपड़ा दिया जाता है और वह सैलानियों के ऊपर यह कपड़ा फेंकती है जिस भी शख्स के ऊपर यह कपड़ा गिरता है उसे दूल्हा बनाया जाता है और धूमधाम से दोनों की शादी होती है।
क्यों की जाती है सिर्फ 1 दिन की शादी
शिलिंग घाटी में सिर्फ 1 दिन के लिए दूल्हा दुल्हन साथ रहते हैं। इसके बाद दोनों अलग हो जाते हैं। दरअसल, यहां पर शिलिंग घाटी की जनजाति संस्कृति को समझने के लिए और दूसरों को इसे समझाने के लिए इस तरह से लड़के और लड़कियों की शादी की जाती है।
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