सार
इस बार देशभर में Diwali 4 नवंबर 2021 को मनाई जाएगी। जिसकी तैयारियां शुरू हो गई है। किसी के घर में रंगाई पुताई का काम हो रहा है, तो कोई अपने घर को सजाने के लिए दीए और लाइट आदि सामान खरीद रहे हैं, ताकि घर में रौनक रहे, और मां लक्ष्मी की कृपा बरसे। अगर आप चाहते हैं तो इसन गलतियों को करने से बचे।
नई दिल्ली। इस बार 4 नवंबर 2021 को दिवाली का त्योहार मनाया जाएगा। जिसके लिए हर कोई मां लक्ष्मी के पूजन की तैयारियां कर रहा है। क्योंकि ऐसी मान्यता है कि, इस दिन मां लक्ष्मी हर घर में वास करती हैं और अपना आशिर्वाद अपने भक्तों को देती हैं। लेकिन इससे पहले आपको कुछ ऐसी जरूरी बातें हैं जिनको जानना जरूरी है, ताकि उस समय आपसे कोई भूल ना हो पाए।
हमेशा मूर्तियों को रखें निश्चित क्रम में
आपको हमेशा मूर्तियों को एक क्रम में रखना चाहिए। बाएं से दाएं भगवान गणेश, लक्ष्मी जी, भगवान विष्णु, मां सरस्वती और मां काली की मूर्तियां रखें। इसके बाद अन्य भगवान की मूर्तियों को रखें।
गिफ्ट के तौर पर ना दें ये चीजे
दिवाली के मौके पर आपको कई ऐसे गिफ्ट हैं जिनसे परहेज करना चाहिए। कभी भी लेदर की वस्तु का तोहफा नहीं देना है। इसकी जगह आप Dry Fruits, मिठाईयां, Gift Hampers आदि दे सकते हैं। ये गिफ्ट उन्हें पसंद भी आएगे और इस्तेमाल में भी।
पूजन करते समय ना बजाएं तालियां
आप जिस भी मूहर्त में लक्ष्मी पूजन कर रहे हैं, आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि, आपको तालियां नहीं बजानी है। आरती तेज आवाज से नहीं गानी है। ऐसा मानना है कि, मां लक्ष्मी को शोर से काफी घृणा है। इसलिए इन सब चीजों से आपको दूरी बनाकर रखनी होगी।
गंदगी ना फैलाएं
मां लक्ष्मी वहां वास करती हैं, जहां गंदगी नहीं होती और लोगों के दिलों में सच्चाई होती है। क्योंकि अगर आप सच्चे मन से मां लक्ष्मी को याद करेंगे तभी वो आपकी सारी समस्याओं को दूर कर आपको आशिर्वाद देगी।
कभी भी मां लक्ष्मी का अकेले ना करें पूजन
आप दिवाली के समय मां लक्ष्मी का पूजन करते हैं, लेकिन वो भी अकेले तो ऐसा ना करें क्योंकि बिन विष्णु भगवान के मां लक्ष्मी का पूजन अधूरा माना जाता है। इसलिए अकेले पूजन की विधि ना करें दोनों का ध्यान एक साथ करें तभी आपकी पूजा संपन्न हो पाएगी।
पूजन के बाद कक्ष को करें साफ
दिवाली का पूजन करने के बाद हम कक्ष को गंदा छोड़ देते हैं लेकिन हमें ऐसा नहीं करना है। वहां पर आप पूरी रात दीया जलाएं समय-समय पर उसमें घी डालते रहें, चाहे तो आप वहां पर सो भी सकते हैं, ताकि वो जगह खाली ना रहे।
उत्तर पूर्वी दिशा में होना चाहिए कक्ष
हमेशा उत्तर पूर्वी दिशा में कक्ष होना चाहिए। सभी सदस्यों को पूजा के दौरान उत्तर की ओर मुंह करके बैठना चाहिए। पूजा के दीए को घी से जलाएं। एक बात का ध्यान रखें की दीए की गिनती 11,21 या 51 होनी चाहिए।
इस तरह की गणेश भगवान की मूर्ति न रखें
गणेश भगवान की इस तरह की मूर्ति पूजा कक्ष में ना रखें। बैठी हुई मुद्रा में, सूंड दायीं तरफ ना हो आदि। साथ ही इस बात को भी ध्यान में रखें की पूजने के वक्त पटाखे ना जलाएं, ना ही पूजन के तुरंत बाद इससे शोर शराबा होता है।
दक्षिण कोने पर जलाएं घी का दीया
दिवाली की पूरी रात घर के दक्षिण-पूर्वी कोने में घी या तेल का दीपक जलाएं। दीए को मां लक्ष्मी,, भगवान गणेश, कुबेर देवता और भगवान इन्द्र के प्रतीक के तौर पर 4 के समूह में जलाना चाहिए।
ज्यादा से ज्यादा लाल रंग का प्रयोग करें
आप पूजन के समय ज्यादा से ज्यादा लाल रंग का प्रयोग करें जैसे दीया, कैंडल्स, लाइट्स और लाल रंग के फूलों का इस्तेमाल करें। दिवाली पूजा की शुरुआत विघ्नकर्ता भगवान गणेश की पूजा के साथ करें।