Shattila Ekadashi 2024 Date:माघ मास में षटतिला एकादशी का व्रत किया जाता है। इस व्रत में गवान विष्णु की पूजा का महत्व और तिल का उपयोग 6 कामों में करने का विधान है। इस बार ये व्रत फरवरी 2024 में किया जाएगा।
Sakat Chauth 2024: इस बार माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 29 जनवरी, सोमवार को है। इसे तिल चतुर्थी, संकष्टी चतुर्थी और सकट चौथ के नाम से भी जाना जाता है। ये चतुर्थी साल में आने वाली 4 प्रमुख चतुर्थी में से एक है।
February 2024 Vrat-Tyohar: साल 2024 का दूसरा महीना फरवरी शुरू होने वाला है। इस महीने में कईं बड़े व्रत-त्योहार मनाए जाएंगे, इनमें वसंत पंचमी और गुप्त नवरात्रि आदि प्रमुख हैं। जानें इन त्योहारों की डेट…
Til Chaturthi 2024 Kab Hai: माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को तिल चतुर्थी कहते हैं। इस व्रत का धर्म ग्रंथों में विशेष महत्व बताया गया है। इस बार ये व्रत जनवरी 2024 के अंतिम सप्ताह में किया जाएगा। जानें कब है तिल चतुर्थी 2024?
Paush Purnima 2024 Kab Hai: पंचांग के अनुसार, एक साल में 12 महीने होते हैं। इनमें से 10वें महीने का नाम पौष है। इस महीने की पूर्णिमा तिथि को बहुत ही खास माना गया है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान का विशेष महत्व है।
Ram Mandir Ayodhya: 22 जनवरी, सोमवार को अयोध्या मंदिर में राम लला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। सिर्फ अयोध्या ही नहीं बल्कि पूरे देश में राम लला की पूजा की तैयारियां की जाती हैं। कईं स्थानों पर राम लला की महाआरती होगी।
Ram Mandir Ayodhya: 22 जनवरी को अयोध्या मंदिर में राम लला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस मौके पर घर-घर में रामजी की पूजा भी की जा सकती है। राम की पूजा का विधान बहुत ही सरल है।
Ram Mandir Ayodhya: 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में बने मंदिर में भगवान श्रीराम के बाल स्वरुप की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। इस मौके पर भगवान श्रीराम के मंत्रों का जाप करना बहुत ही शुभ रहेगा। ऐसा करने से आपका हर दुख दूर हो सकता है।
Paush Putrada Ekadashi Kab Hai: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। हर महीने में 2 बार ये तिथि आती है। इस तरह एक साल में कुल 24 एकादशी का संयोग बनता है। जनवरी में पौष मास की पुत्रदा एकादशी का व्रत किया जाएगा।
Makar Sankranti Upay: जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है तो मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। इस दिन सूर्यदेव की पूजा करने का विधान है। इस दिन सूर्यदेव से संबंधित कुछ खास उपाय करने से आने वाली परेशानियों से बचा जा सकता है।