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4 देश जहां होती है श्रीगणेश की पूजा, सबसे बड़ा मुस्लिम देश भी इसमें शामिल

गणेश चतुर्थी का पर्व इस बार 7 सितंबर को मनाया जाएगा। आपको जानकर हैरानी होगी कि भगवान श्रीगणेश की पूजा भारत के अलावा अन्य कई देशों में भी होती है। आइए जानते हैं इन देशों के नाम और यहां किस नाम से होती है श्रीगणेश की पूजा।

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Manish Meharele
Published : Aug 31 2024, 11:08 AM IST| Updated : Sep 07 2024, 08:57 AM IST
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कब है गणेश चतुर्थी 2024?
Image Credit : adobe stock

कब है गणेश चतुर्थी 2024?

Ganesh Utsav 2024: इस बार गणेश चतुर्थी का पर्व 7 सितंबर, शनिवार को मनाया जाएगा। इसी दिन से 10 दिवसीय गणेश उत्सव की भी शुरूआत होगी। आपको ये बात जानकर हैरानी जरूर होगी कि भगवान श्रीगणेश की पूजा सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि अन्य कईं देशों में भी होती है, जिनमें जापान, थाईलैंड, श्रीलंका आदि देश शामिल हैं। इनके अलावा मुस्लिमों के सबसे बड़े देश में भी श्रीगणेश को पूजा जाता है। आगे जानिए इन देशों के नाम और यहां किन नामों से होती है श्रीगणेश की पूजा

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इंडोनेशिया में श्रीगणेश को मानते हैं ज्ञान का प्रतीक
Image Credit : Getty

इंडोनेशिया में श्रीगणेश को मानते हैं ज्ञान का प्रतीक

इंडोनेशिया दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश है, लेकिन फिर भी यहां भगवान श्रीगणेश की पूजा भी की जाती है। कुछ सालों पहले जब इंडोनेशिया की अर्थव्यवस्था बेहद खराब हो गई थी, तब वहां की सरकार ने 20 हज़ार के नोट पर गणेशजी की तस्वीर छापी थी और देखते ही देखते उनकी अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट आई। यहां भगवान श्रीगणेश को ज्ञान का प्रतीक माना जाता है।

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जापान में कहते हैं कांगितेन
Image Credit : X@AnkitaBnsl

जापान में कहते हैं कांगितेन

दुनिया के सबसे आधुनिक तकनीक वाले देश जापान में भी भगवान गणेश को पूजा जाता हैं, यहां इन्हें कांगितेन कहा जाता हैं, जिसका अर्थ है आनंद के देवता। यहां श्रीगणेश के अनेक रूप प्रचलित हैं। यहां भी चार भुजाओं वाले गणपति की पूजा विशेष रूप से की जाती है।

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श्रीलंका में कहते हैं पिल्लयार
Image Credit : wikipedia

श्रीलंका में कहते हैं पिल्लयार

भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में भी भगवान श्रीगणेश के अनेक मंदिर हैं। यहां तमिल बहुल क्षेत्रों में काले पत्थर से बनी भगवान श्रीगणेश की पूजा की जाती है, इन्हें यहां पिल्लयार कहा जाता है। श्रीलंका में गणेश के एक-दो नहीं बल्कि 14 प्राचीन मंदिर हैं। यहां बौद्ध मठों में भी भगवान गणेश की मूर्तियां देखने को मिलती हैं।

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थाईलैंड में कहते हैं फ्ररा फिकानेत
Image Credit : X

थाईलैंड में कहते हैं फ्ररा फिकानेत

थाईलैंड को हाथियों का देश कहा जाता है। यहां अधिकांश लोग बौद्ध धर्म को मानने वाले हैं। यहां भगवान श्रीगणेश को ‘फ्ररा फिकानेत’ के रूप में पूजा जाता है, जिसका अर्थ है सभी बाधाओं को दूर करने वाले देवता। यहां किसी भी शुभ कार्य से पहले श्रीगणेश की पूजा का विधान है। यहां गणेश उत्सव भी बड़ी धूम-धाम से मनाते हैं।


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Disclaimer
इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

About the Author

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Manish Meharele
मनीष मेहरेले। मीडिया में 19 साल का अनुभव, अभी एशियानेट न्यूज हिंदी के डिजिटल में काम कर रहे हैं। महाभारत, रामायण जैसे धार्मिक ग्रंथों का अच्छा ज्ञान है। ज्योतिष-हस्तरेखा, उपाय, वास्तु, कुंडली जैसे टॉपिक पर पकड़ है। यह जीव विज्ञान में बीएससी स्नातक हैं । करियर की शुरुआत स्थानीय अखबार दैनिक अवंतिका से की। 2010 से 2019 तक दैनिक भास्कर डॉट कॉम में धर्म डेस्क पर काम किया है।

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