उज्जैन. हिंदू धर्म में मोर को पवित्र पक्षी माना गया है क्योंकि ये भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय का वाहन है। यही कारण है कि घर में मोर पंख को रखने की परंपरा है। ऐसी मान्यता है कि घर में मोरपंख रखने से कई तरह के दोषों का नाश हो जाता है और घर में पवित्रता बनी रहती है। जानिए मोर पंख से जुड़ी कुछ खास बातें…
वास्तु शास्त्र में घर के हर हिस्से के बारे में बताया गया है। खिड़कियां भी उन्में से एक है। खिड़कियों की संख्या कितनी होनी चाहिए, किस दिशा में होनी चाहिए आदि जानकारी भी वास्तु शास्त्र में वर्णित है।
शास्त्रों के अनुसार रावण की कई बुराइयों में से एक बुराई ये थी कि वह सुंदर स्त्रियों से तुरंत मोहित हो जाता था। सीता की सुंदरता देखकर ही रावण ने सीता का हरण किया था।
वास्तु दोष के कारण उत्पन्न हुई नकारात्मक ऊर्जा प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से हमें प्रभावित जरूर करती है। घर में वास्तु दोष होने से इसका प्रभाव हमारे भाग्य पर भी पड़ता है।
आज (19 दिसंबर, शनिवार) विवाह पंचमी है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, त्रेतायुग में इसी तिथि पर मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और देवी सीता का विवाह हुआ था।
वीडियो डेस्क। शिव तांडव का ऐसा वीडियो आपने आज से पहले नहीं देखा होगा। एक साथ तबले की धुन पर शिव तांडव स्तोत्रम देखकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएगें। इस वीडियो को खूब पसंद किया जा रहा है। वीडियो में बैकग्राउंड में गायक शंकर महादेवन की आवाज में ‘शिव तांडव स्तोत्रम’ बज रहा है, जिसके साथ कई तबला वादक की बेजोड़ जुगलबंदी करते नजर आ रहे हैं।
उज्जैन. अगर किसी व्यक्ति को बुरी नजर लग जाती है तो वह तुरंत बीमार हो जाता है या उसके कामों में परेशानियां बढ़ सकती हैं। कुछ काम ऐसे हैं, जिनकी वजह से बुरी नजर और बुरी शक्तियां (नकारात्मकता) जल्दी हावी हो जाती हैं। जानिए ये आदतें कौन-कौन सी हैं...
मल यानी खर मास 16 दिसंबर से शुरू हो चुका है, जो 14 जनवरी तक रहेगा। इस मास को पुरुषोत्तम मास भी कहते हैं यानी इस महीने के स्वामी स्वयं भगवान विष्णु हैं। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इस महीने में किया गया दान, जाप, तप और उपाय का फल कई गुना होकर मिलता है।
उज्जैन. किसी खास काम के लिए यात्रा पर जाने से पहले मन में सफलता और असफलता से जुड़े सवाल जरूर हमारे मन में आते हैं और किसी मनोरंजक यात्रा पर जाते समय सुरक्षित घर पर लौटने की भावना भी हमारे मन में होती है। इन दोनों ही स्थितियों में कुछ आसान उपाय हमारे काम आ सकते हैं। ये उपाय करने से सफल और सुरक्षित यात्रा योग बनते हैं। ये हैं वो आसान उपाय…
उज्जैन. सूर्य के धनु राशि में आते ही खरमास की शुरुआत हो जाती है। इसे धनु संक्रांति भी कहा जाता है। हिंदू धर्म की पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक खरमास में किसी भी तरह के मांगलिक-शुभ काम नहीं करने चाहिए। काशी के ज्योतिषाचार्य पं. गणेश मिश्र के अनुसार, इस साल 16 दिसंबर से 14 जनवरी 2021 तक धनु संक्रांति होने से खरमास रहेगा।