सार
Panchatantra Life Management: पंचतंत्र में लाइफ मैनेजमेंट के कई सूत्र बताए गए हैं। इसके लेखक पं. विष्णु शर्मा हैं। पंचतंत्र के 5 विभागों में बांटा गया है। इसमें बताए गए गए जीवन प्रबंधन सूत्र आज के समय में भी प्रासंगिक हैं।
उज्जैन. पंचतंत्र में कहानियों के माध्यम से लाइफ मैनेजमेंट (Panchatantra Life Management) के कई अहम सूत्रों के बारे में बताया गया है। इन कथाओं में पशु-पक्षियों को भी शामिल किया गया है ताकि ये सूत्र आसानी से किसी को भी समझ में आ सके। पंचतंत्र को पांच भागों में बांटा गया है। पंचतंत्र के हितोपदेश में एक श्लोक है, जिसमें 4 ऐसे गुणों के बारे में बताया गया है कि ये चारों अगर एक साथ मिल जाए तो व्यक्ति का बर्बाद होना तय है। आगे जानिए इन 4 गुणों के बारे में…
श्लोक
यौवनं धन संपत्ति: प्रभुत्वमविवेकिता।
एकैकमप्यनर्थाय किमु यत्र चतुष्टयम्।।
अर्थ- जवानी, धन-संपत्ति, प्रभुत्व (अधिकार) और अज्ञानता। ये चारों ही अनर्थ की जड़ है। और ये सब एक ही व्यक्ति के पास हो तो फिर अनर्थ की सीमा ही नहीं होगी यानी ऐसा व्यक्ति का बर्बाद होना तय है।
1. जवानी
जवानी में अगर किसी व्यक्ति को सही दिशा न मिले तो वह गलत कामों में लग सकता है, जिसकी वजह से उसका भविष्य बर्बाद हो सकता है। इसलिए जवानी में कोई भी काम जोश में आकर नहीं बल्कि होश में रहकर करना चाहिए। जवानी में की गई एक गलती पूरी उम्र के लिए जी का जंजाल बन सकती है।
2. धन-संपत्ति
जिस व्यक्ति पर अपने पुरखों की धन संपत्ति होती है, उसे उसका कोई मोल नहीं होता। ऐसे लोग कमाने की जगह सिर्फ खर्च करने पर ध्यान देते हैं। कई बार ऐसे लोग बर्बादी की कगार पर पहुंच जाते हैं। कई बार ऐसे लोग अभिमानी भी हो जाते हैं। यही अभिमान उनके बर्बाद होने का कारण भी बन सकता है।
3. प्रभुत्व (अधिकार)
जब किसी के बाद सही योग्यता न होते हुए भी अधिक अधिकार हो तो ऐसे लोग उसका दुरुपयोग करने से नहीं चूकते। ऐसे में ये दूसरों को तो नुकसान पहुंचाते ही हैं, खुद के लिए भी परेशानी खड़ी कर लेते हैं। उनकी यही बात उन्हें बर्बादी की ओर ले जाती है। इसलिए अधिकारों का हमेशा सदुपयोग करना चाहिए न कि दुरुपयोग।
4. अज्ञानता
कुछ लोग अज्ञानी होने के बाद भी ज्ञानी होने की बड़ी-बड़ी डींगे मारा करते हैं। ऐसे लोग न सिर्फ समाज का बल्कि खुद का भी शत्रु होता है। उसकी अज्ञानता ही उसके लिए अनर्थकारी होती है। ऐसे लोग अपने साथ-साथ अन्य लोगों को भी अपनी अज्ञानता के कारण परेशानी में फंसा देते हैं।
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