सार

आईसीसी टेस्ट क्रिकेट को और रोमांचक बनाने के लिए दो-टियर सिस्टम लाने पर विचार कर रहा है। इस सिस्टम में भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीमें एक टियर में होंगी और आपस में ज़्यादा मैच खेलेंगी। 2027 के बाद यह सिस्टम लागू हो सकता है।

2-Tier system in Test Cricket: इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने अब टेस्ट फॉर्मेट को और भी रोमांचक बनाने का प्लान कर लिया है। इसके लिए दुनिया भर की सभी क्रिकेट टीमों को दो-टियर में बांटने की योजना बनाई जा रही है। पहले टियर में भारतीय टीम समेत और भी बड़ी रहेंगी रहेगी। इसके पीछे की बड़ी वजह यह है, कि क्रिकेट की दुनिया की ताकतवर की में ज्यादातर आपस में भिड़ें। इस योजना को लागू करने के लिए बातचीत की जा रही है। इस स्कीम के पास होते ही साल 2027 के बाद लागू किया जा सकता है।

टेस्ट क्रिकेट का रोमांच बढ़ाने के लिए आईसीसी के नए चेयरमैन जय शाह नई प्लानिंग में जुटे हुए हैं। ऑस्ट्रेलिया के न्यूजपेपर द सिडनी मार्निंग हेराल्ड में छपी खबर के मुताबिक, चेयरमैन इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और भारत के साथ बातचीत करके या साफ करना चाहते हैं, कि ज्यादातर टेस्ट मुकाबला इन तीनों टीमों के बीच हो सके। ऐसा होने पर दुनिया की टॉप 3 पावरफुल टीमें 5-5 टेस्ट मैचों की श्रृंखला हर 3 साल में खेल सकती है। फिलहाल (BCCI, ACB और ECB) आपस में 4 साल में केवल दो सीरीज ही खेल पाती हैं।

ICC चेयरमैन जय शाह तीनों देशों के क्रिकेट बोर्ड से कर सकते हैं बात

जनवरी 2025 के अंतिम हफ्ते में आईसीसी अध्यक्ष जय शाह इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के चीफ और ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन के साथ बातचीत कर सकते हैं। इस मीटिंग का एक बहुत बड़ा मुद्दा टेस्ट क्रिकेट में 2 टियर सिस्टम को लागू करना भी रहेगा।

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BGT ट्रॉफी में दर्शकों का उमड़ा था भारी हुजूम

इसे लागू करने की एक और सबसे बड़ी वजह दर्शकों का टेस्ट क्रिकेट के प्रति जुनून भी है। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के सभी मैदानों पर रिकॉर्डतोड़ फैंस पहुंचे थे। इतना ही नहीं, लाइव टेलीकास्ट करने वाले चैनल, अखबार, ब्रॉडकास्टिंग को भी इस सीरीज से काफी ज्यादा लाभ पहुंचा। इसके साथ ही, अभी तक ऑस्ट्रेलिया में चौथी सबसे ज्यादा अच्छी जाने वाली यह श्रृंखला भी बन गई। फैंस की भारी तादाद को ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट ने अपने X हैंडल पर भी शेयर किया था। ऑस्ट्रेलिया के मीडिया इंडस्ट्री भी चाहते हैं कि भारत और इंग्लैंड के बीच ज्यादा मुकाबले हों। वहीं, मार्केट सीरीज के अंतर के कम करने के पक्ष में जिओ स्टार और डिज्नी प्लस हॉटस्टार ने भी जोर दिया है।

2016 में तैयार की गई थी 2 टियर सिस्टम मैप

साल 2016 में टेस्ट क्रिकेट में 2 टियर सिस्टम की मैप बनाई गई थी। जिसमें दुनिया भर के कई देशों ने इसमें अपनी इच्छा नहीं जताई। इसके पीछे की सबसे बड़ी रीजन यह थी, कि हमारे क्रिकेट टीम को ज्यादातर टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिल पाएगा। जिसके ऊपर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड आफ इंडिया (BCCI) का भी सपोर्ट मिला था।

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