सार

क्रिकेट में तीन स्टंप्स क्यों होते हैं? क्या आप जानते हैं कि पहले सिर्फ दो स्टंप्स हुआ करते थे? इस रोचक तथ्य के पीछे की पूरी कहानी जानें।

Why use 3 Stumps in cricket: भारतीय टीम ने पहली बार साल 1983 में वर्ल्ड कप जीता था। इस जीत के बाद सभी भारतीयों के ऊपर क्रिकेट का ऐसा बुखार चढ़ा, कि आज हर दूसरा व्यक्ति इस खेल से परिचित है। क्रिकेट के प्रति देश में सबसे ज्यादा लोगों को लगाव है। दिन-प्रतिदिन लगातार इस खेल का अस्तर बढ़ता ही जा रहा है। पहले लॉन्ग फॉर्मेट मुकाबला होते थे, लेकिन जब से छोटे फॉर्मेट वाले T20 मुकाबला शुरू हुए हैं, तब से और भी ज्यादा इस खेल की लोकप्रियता बढ़ गई है। इस खेल से ही जुड़े आज हम एक आपको ऐसे फैक्ट के बारे में बताएंगे, इसके बारे में शायद ही आप जानते होंगे। हम बात कर रहे हैं क्रिकेट की पिच पर लगे स्टंप्स के बारे में। क्या आप जानते हैं कि इस खेल में एक तरफ तीन विकेट ही क्यों लगाए जाते हैं?

क्रिकेट एक ऐसा खेल है, जिसमें बहुत सारे नियम बनाए गए हैं। जैसी से तकनीक आप आगे बढ़ता गया, इस खेल में एक से बढ़कर एक विकास भी होता गया। ऐसा नहीं है, कि शुरुआत से ही क्रिकेट में तीन विकेट का इस्तेमाल किया जाता है। पहले इसमें दो स्टंप लगाकर ही खेले जाते थे। आखिर ऐसा क्या हुआ 2 की जगह 3 स्टंप्स का उपयोग होने लगा? आई उसे बात से हम आपको रूबरू कराते हैं। आपको बताते हैं कि दोनों छोरों पर 3-3 स्टंप्स क्यों लगे होते हैं?

पहले 2 स्टंप से खेले जाते थे क्रिकेट मैच?

हम में से ज्यादातर लोग इसी बात की जानकारी रखते हैं, कि क्रिकेट के खेल में दोनों साइड 3-3 विकेट ही लगाए जाते हैं। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। पहले के जमाने में केवल दो स्टैंप लगाकर ही क्रिकेट खेला जाता था। दोनों स्टंप के बीच काफी गैप भी रखा जाता था। उसे समय जब गेंद दोनों विकेट के बीच में से निकल जाती थी, तो बल्लेबाज को आउट दे दिया जाता था। 2 स्टंप की वजह से बल्लेबाजों के आउट होने के बाद काफी सस्पेंस भी बना रहता था। दोनों साइड के स्टंप को ऑफ और लग स्टंप कहा जाता है। यानी कि जब गेंद बीच से निकल जाए, तो बैट्समैन आउट हो। इसके चलते तीसरे स्टंप को खेल में लाना पड़ा। अब इस विकेट को मिडिल स्टंप के नाम से जाना जाता है।

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स्टंप और बेल्स के माप के लिए क्या बनाए गए हैं रूल्स?

तीसरा स्टंप को 1775 में लाया गया। दरअसल, एक मैच के दौरान लंपी स्टीवंस सामने खड़े जॉन स्मॉल को लगातार 3 गेंदे डाली। सभी गंदे दोनों स्टंप पर न लगकर बीच से निकल गई। इसी घटना के बाद तीसरे स्टंप का जिक्र शुरू हो गया। क्रिकेट के तीन सदी के इतिहास में कई बार नियमों में बदलाव किया गया है। इसमें स्थान और आयाम को नियम 8 के अनुसार तय किया जाता है। जिसके मुताबिक, विकेट में तीन स्टंप्स होंगे। जिसकी लंबाई 71.12 सेमी तनी 28 इंच रहेगी। प्रत्येक स्टंप के बीच की दूरी एक समान रहेगी। उन्हें जमीन के अंदर इस प्रकार ठोका जाएगा, जिससे वे 22.86 मीटर चौड़ाई में लग जाए। स्टंप के ऊपर दो गिल्लियां भी लगाई जाती हैं। ये गिल्लियां स्टंप्स से हाफ इंच से अधिक ऊपर नहीं जानी चाहिए। बेल्स की लेंथ 10.95 सेंटीमीटर यानी 4.31 इंच होती है। वहीं, ऊपर में स्टंप का व्यास 3.50 सेमी यानी 1.38 इंच से कम नहीं रहेगा।

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