सार
लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री की शपथ ग्रहण करने के बाद पहली बार पीएम मोदी बिहार दौरे पर आए हैं। यहां वह नालंदा विश्वविद्यालय कैंपस की नई बिल्डिंग का उद्घाटन किया। इससे पहले उन्होंने नालंदा परिसर में पुराने खंडहरों के बारे में भी जानकारी ली।
बिहार। चुनाव में जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार बिहार पहुंचे हैं। यहां उन्होंने नालंदा विश्वविद्यालय के नए कैंपस का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने नये कैंपस के उद्घाटन के दौरान अपने संबोधन में कहा कि नालंदा एक मूल्य है, एक मंत्र है, गौरव है, गाथा है। नालंदा का स्वर्णिम इतिहास विश्व का आकर्षण है। इससे पहले पीएम मोदी ने नालंदा विश्वविद्यालय के परिसर स्थित पुराने खंडहरों के बारे में भारतीय पुरातत्व विभाग के डायरेक्टर एस भट्टाचार्य से जानकारी भी ली। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार , राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद रहे।
बुद्ध की धरा से नाता जोड़ने को तैयार विदेशी राज्य
पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरे विश्व की निगाह भारत की ओर है। हायर एजुकेशन के लिए विदेशों तक से लोग भारत आ रहे हैं। देश में शिक्षण संस्थान तेजी से खोले जा रहे हैं। नालंदा विवि दुनिया भर में प्रसिद्ध है। आज विश्व बुद्ध की इस धरा से कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाह रहा है। नालंदा विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए आने वाले सास काफी महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि नालंदा भारत का गौरव है।
वसुधैव कुटुंबकम को दर्शाता है नालंदा विश्वविद्यालय
नालंदा विश्वविद्यालय वसुधैव कुटुंबकम को भी दर्शाता है। इस गौरवमयी विश्वविद्यालय में करीब 20 देशों के छात्र-छात्राएं एक साथ पढ़ रहे हैं। बिना किसी भेदभाव और बिना किसी राग-द्वेष के ये एक साथ शिक्षा ले रहे हैं। यही नालंदा विश्वविद्यालय की खासियत है। आने वाले भविष्य में नालंदा विश्वविद्यालय का स्तर और अधिक ऊंचा होगा।
सीएम नीतीश ने दिया पीएम मोदी को धन्यवाद
सीएम नीतीश कुमार ने नालंदा के नए कैंपस के उद्घाटन अवसर पर आने को लेकर पीएम मोदी का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि आप यहां आए, बहुत अच्छा लग रहा है। यह बहुत पौराणिक स्थान है। राजगीर दुनिया के पांच धर्मों का संगम स्थल है। सिख धर्म गुरु नानकदेव भी यहां आए थे। मुस्लिम धर्म के महान संत मखदूम साहब ने भी राजगीर में ही ज्ञान प्राप्त किया था। यहां प्रकृति का अनूठा संगम है और जड़ी बूटिंयों का भंडारण है।