सार

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए सरकार ने जगह चुन ली है। परिवार को राजघाट, राष्ट्रीय स्मृति स्थल या किसान घाट के पास जगह चुनने को कहा गया है। स्मारक ट्रस्ट को 1-1.5 एकड़ जमीन आवंटित की जाएगी।

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के लिए स्मारक बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सरकार ने जगह भी चुन लिए हैं। उनके परिवार को राजघाट, राष्ट्रीय स्मृति स्थल या किसान घाट के पास प्रस्तावित स्थलों में से किसी एक को चुनने के लिए कहा गया है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्मारक के लिए करीब 1 से 1.5 एकड़ जमीन का प्रस्ताव दिया गया है। यह जमीन राजघाट, राष्ट्रीय स्मृति स्थल या किसान घाट के पास होगी। शहरी विकास मंत्रालय के अधिकारी पहले ही इन क्षेत्रों का निरीक्षण कर चुके हैं।

ट्रस्ट की स्थापना के बाद स्मारक के लिए मिलेगी जमीन

नई नीति के अनुसार स्मारक के लिए भूमि केवल ट्रस्ट को ही आवंटित की जा सकती है। इसलिए, परियोजना शुरू करने के लिए ट्रस्ट का गठन जरूरी शर्त है। पहले ट्रस्ट की स्थापना होगी। वह ट्रस्ट भूमि आवंटन के लिए आवेदन करेगा और निर्माण के लिए केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर साइन किए जाएंगे। इस बात की भी संभावना है कि स्मारक राजघाट के पास स्थित हो। यहां जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और संजय गांधी के अंतिम विश्राम स्थल हैं।

मनमोहन सिंह के स्मारक को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच खूब हुई है बयानबाजी

बता दें कि 26 दिसंबर 2024 को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन 92 साल की उम्र में हो गया था। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ दिल्ली के निगम बोध घाट पर किया गया। उनके लिए स्मारक निर्माण की मांग को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच खूब बयानबाजी हुई थी। कांग्रेस ने भाजपा पर पूर्व पीएम का अपमान करने का आरोप लगाया था। भाजपा ने जवाब दिया था कि कांग्रेस "सस्ती राजनीति" कर रही है। केंद्रीय कैबिनेट ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लीकार्जुन खड़गे द्वारा स्मारक संबंधी आवेदन मिलने के तुरंत बाद इसकी स्वीकृति दे दी थी।

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