सार
HMPV वायरस को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। दिल्ली सरकार भी इस मामले में गंभीरता दिखाई नजर आई है। दिल्ली के मेडिकल ऑफिसर्स ने इसके लिए एडवाइजरी जारी की है।
नई दिल्ली। भारत में एचएमपीवी का पहला केस मिल गया है, जिसके बाद से लोगों के बीच डर और भी ज्यादा बढ़ गया है। 8 महीने की बच्ची इस वायरस से संक्रमित पाई गई है। इस वायरस ने फिलहाल चीन वालों की हालत खराब की हुई है। इमरजेंसी मौहाल वहां पर बन गया है। दिल्ली के स्वास्थय अधिकारियों ने इस वायरस से बचने और निपटने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। इसको लेकर दिल्ली की डायरेक्टर जनरल ऑफ हेल्थ सेज डॉ. वंदना बग्गा ने रविवार के दिन इस मामले की तैयारी को लेकर मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारियों और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के राज्य कार्यक्रम अधिकारी के साथ बैठ की।
अधिकारियों का एचएमपीवी को लेकर कहना है कि इस मामलेमें चिंता की कोई बात नहीं है। सांस से संबंधित बीमारी के मामलों में किसी भी तरह की बढ़त देखने को नहीं मिली है। इस वायरस से संक्रमित मरीजों में सांस लेने की परेशानी और फ्लू जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, लेकिन ये आसानी से ठीक हो जाता है। वहीं, दिल्ली के सभी हॉस्पिटलों को ये निर्देश दिए गए हैं कि इंफ्लुएंजा जैसी बीमारी आईएलआई और एसएआरआई के मामले में बिना किसी देरी के आईएचआईपी पोर्टल के जरिए जरूर जानकारी दें। गंभीर मामलों में आईसोलेशन प्रोटोकॉल के साथ-साथ कोविड जैसी सावधानियां बरतने के लिए निर्देश दिए गए हैं। हल्के मामलों से निपटने के लिए अस्पतालों में ऑक्सीजन के साथ-साथ पैरासिटामोल, एंटीहिस्टामाइन और कफ सिरप आदि उपलब्ध रखने के निर्देश दिए गए हैं।
HMPV वायरस को लेकर WHO का क्या है कहना?
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अभी फिलहाल किसी भी तरह की कोई अपेडट इस वायरस को लेकर नहीं जारी की गई है। चीन के पड़ोसी देशों ने डब्ल्यूएचओ से इस बारे में सही जानकारी उपलब्ध करवाने की मांग की है। लोगों की चीन की इस बीमारी से इसीलिए भी डर लग रहा है क्योंकि कोविड-19 की महामारी ने लोगों की नाम में दम कर दिया था। कई लोगों की इसके चलते जान भी गई थी। ऐसे में अब भारत के लोगों को चिंता सता रही है।