सार
इस वक्त दिल्ली ही नहीं हरियाणा में भी बाढ़ का कहर है। हरियाणा के पहाड़ी इलाकों की बात करें तो बारिश के पानी ने खूब कहर बरपाया है। यही वजह है कि किसानों की फसल बड़े पैमाने पर नुकसान हुई है।
Haryana Flood. हरियाणा के कई इलाकों में बाढ़ के पानी ने कहर मचा दिया है। किसानों की भरी फसल बर्बाद हो गई जिसका सदमा किसान बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में हरियाणा के यमुनानगर के किसान की मौत हो गई। हालाता यह है कि हरियाणा के खेत-खलिहान, सड़क बाजार और चट्टी- चौराहों पर भी जलभराव की स्थिति बनी हुई है। यही कारण है कि गांव के गांव फसलों की बर्बादी हुई है।
50 साल का किसान सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाया
हरियाणा में किसान की मौत का मामला सुखदासपुर का है। यमुना नगर जिले में इस वक्त चेतंग नदी ओवरफ्लो है और नदी का पानी आसपासे किसानों के खेतों को डूबो चुका है। सुखदासपुर गांव की बात करें तो यहां करीब 4 फीट तक पानी भरा हुआ। सड़कें, खेत सब डूब गए हैं। ऐसे हालात में 50 साल के किसान इंद्राज जब खेतों की तरफ गए और डूबी हुई फसल देखी तो यह सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाए। उन्हें चिंता सताने लगी और उसी सोच में उनकी जान निकल गई। अब सवाल यह है कि उनकी जान की कीमत कौन अदा करेगा।
कैसे हुई किसान इंद्राज की मौत
खेत देखकर किसान इंद्राज की हालत बिगड़ने लगी और किसी तरह से घर पहुंचा। घर पहुंचते ही उसकी हालत और बिगड़ गई। घर वाले किसान को ट्रैक्टर से लेकर ईलाज कराने के लिए निकले लेकिन रास्ते के जाम ने उनका रास्ता रोक दिया। इससे काफी समय ट्रैफिक में ही बीत गया। इंद्राज के पड़ोसी दीपचंद की मानें डॉक्टर ने जांच करते ही इंद्राज को मृत घोषित कर दिया।
कहां बहती है हरियाणा की चेतंग नदी
हरियाणा के यमुना नगर में सुखदासपुर गांव के पास ही चेतंग नदी गुजरती है। गांव के सरपंच ने बताया कि चेतंग नदी इस वक्त ओवरफ्लो हो गई है। इसकी वजह से खेतों में पानी भर गया है। लोगों के दाह संस्कार में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गांव वालों की मानें तो सिर्फ ट्रैक्टर ही एकमात्र सहारा है लेकिन पानी की वजह से ट्रैक्टर निकलना भी मुश्किल हो चुका है।
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