- Home
- States
- Other State News
- Black धन-दे दनादन: नेताओं, उनके 'खास' और IAS के पास इतना पैसा कि हमारीं 7 पुश्तें भी दोनों हाथों से खर्च करें, तो भी खत्म न हो
Black धन-दे दनादन: नेताओं, उनके 'खास' और IAS के पास इतना पैसा कि हमारीं 7 पुश्तें भी दोनों हाथों से खर्च करें, तो भी खत्म न हो
- FB
- TW
- Linkdin
बेंगलुरु(bengaluru). लोकायुक्त पुलिस की एंटी-करप्शन विंग की टीम ने बेंगलुरु में भाजपा विधायक मदल विरुपाक्षप्पा के बेटे प्रशांत मदल के घर पर छापा मारकर करीब 6 करोड़ रुपए नकद बरामद किए हैं। प्रशांत मदल को 2 मार्च को 40 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था। पिछले कुछ सालों में ऐसे कई बड़े मामले CBI और ED ने ब्रेक किए हैं, जिनमें कल्पना से परे कैश मिला है। पश्चिम बंगाल का शिक्षक घोटाला, झारखंड का मनरेगा घोटाला, छत्तीसगढ़ का कोयला घोटाला ऐसे ही कुछ चौंकाने वाले केस हैं, जिनमें छापे के दौरान इतना कैश मिला, जिसकी कल्पना पहले कभी किसी ने नहीं की थी।
पहले जानते हैं बेंगलुरु में क्या हुआ?
लोकायुक्त पुलिस की एंटी-करप्शन विंग की टीम ने बेंगलुरु में भाजपा विधायक मदल विरुपाक्षप्पा के बेटे प्रशांत मदल के घर पर छापा मारकर करीब 6 करोड़ रुपए नकद बरामद किए हैं। प्रशांत मदल को 2 मार्च को 40 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था। लोकायुक्त के अधिकारियों ने उन्हें अपने कार्यालय में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा था। प्रशांत के पिता 'कर्नाटक साबुन और डिटर्जेंट लिमिटेड' के चेयरमेन हैं। हालांकि विधायक मदल ने अब इस्तीफ दे दिया है। इस मामले में कर्नाटक के CM बासवराज बोम्मई ने दो टूक कहा कि लोकायुक्त की शुरुआत इसीलिए की गई है, ताकि भ्रष्टाचार पर रोक लगे।
कौन हैं मदल विरुपक्षप्पा?
मदल विरुपक्षप्पा कर्नाटक के दावणगेरे जिले के चन्नागिरी से विधायक हैं। वह पहली बार 2008 में चन्नागिरी निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए थे। हालांकि, 2013 के विधानसभा चुनाव में वह वडनल राजन्ना से चुनाव हार गए थे। लेकिन 2018 में वह फिर से विधायक चुन लिए गए। एडीआर के आंकड़ों के अनुसार, मदालु विरुपक्षप्पा ने 2018 के चुनावों के लिए अपना नामांकन दाखिल करते समय 5.73 करोड़ रुपये की संपत्ति की थी। आगे पढ़िए बाकी के बड़े घोटाले
बंगाल का बहुचर्चित केस
यह मामला जुलाई, 2022 में मीडिया की हेडलाइन बना था। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी और मंत्री रहे पार्थ चटर्जी और उनकी मित्र अर्पिता मुखर्जी के यहां पड़ी ED की रेड में 50 करोड़ से अधिक कैश और 5 किलो सोना मिला था। यह मामला शिक्षक भर्ती घोटाला (Teacher Recruitment Scam) से जुड़ा है। पढ़िए इससे जुड़ी खबर
कोयला घोटाले में 540 करोड़ की उगाही
यह मामला छत्तीसगढ़ से जुड़ा है, जो लगातार सुर्खियों में हैं। प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने कोयला लेवी घोटाले और मनी लान्ड्रिंग केस में छत्तीसगढ़ के रायपुर, कोरबा, दुर्ग सहित झारखंड के रांची और कर्नाटक के बेंगलुरु में छापे मारे थे। ED का दावा है कि 25 रुपए प्रति टन कोयले के अवैध कमिशन से 2 सालों में करीब 540 करोड़ की उगाही की गई। इस मामले में यहां के सीएम भूपेश बघेल की डिप्टी सेक्रेट्री सौम्या चौरसिया सहित तमाम बड़े अधिकारियों की भूमिका सामने आई थी। पढ़िए इससे जुड़ी खबर
झारखंड की रिश्वतघोर आईएएस
यह मामला झारखंड से जुड़ा है। झारखंड की तेजतर्रार IAS पूजा सिंघल (Jharkhand IAS Pooja Singhal) को मनरेगा घोटाले में मनी लांड्रिंग के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने छापेमारी के बाद अरेस्ट किया था। इनके यहां से भी 19 करोड़ रुपए कैश मिले थे। पढ़िए इससे जुड़ी खबर