सार

पश्चिम बंगाल के पुरबा मेदिनीपुर जिले के चांदीपुर में भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी के काफिले की कार से कथित तौर पर एक साइकिल सवार के टकरा जाने से एक मौत हो गई। हालांकि पुलिस अभी इस बात की पुष्टि नहीं कर पाई है। 

कोलकाता. पश्चिम बंगाल के पुरबा मेदिनीपुर जिले के चांदीपुर में भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी के काफिले की कार से कथित तौर पर एक साइकिल सवार के टकरा जाने से एक मौत हो गई। हालांकि पुलिस अभी इस बात की पुष्टि नहीं कर पाई है कि गाड़ी नंदीग्राम के सांसद के काफिले का हिस्सा थी या नहीं। दुर्घटना गुरुवार देर रात हुई, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने एक घंटे से अधिक समय तक सड़क जाम रखा। लोगों ने आरोप लगाया कि दुर्घटना के बाद भी काफिला नहीं रुका।

भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी के काफिले से एक्सीडेंट को लेकर हंगामा

जिला पुलिस के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, “ भैरवपुर निवासी मृतक शेख इसराफिल(33) एक पेट्रोल पंप के पास नेशनल हाईवे पार कर रहा था, तभी रात 10.30 बजे एक कार ने उसे टक्कर मार दी। उसे एक स्थानीय अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। हम अभी तक पुष्टि नहीं कर पाए हैं कि कार सुवेंदु अधिकारी के काफिले का हिस्सा थी या नहीं। कुछ लोगों ने ऐसा दावा किया है।” 

इस मामले में भाजपा के किसी अन्य नेता ने कोई टिप्पणी नहीं की। नेता प्रतिपक्ष (LoP) मोइना में पार्टी के एक कार्यक्रम से लौट रहे थे।

सुवेंदु अधिकारी विवाद, एक्सीडेंट और चक्काजाम

इस घटना को लेकर एसपी अमरनाथ के ने कहा, ''चांदीपुर में एक हादसा हुआ है। आरोप है कि सुवेंदु अधिकारी के काफिले के साथ हादसा हो गया। इलाके में तनाव है। स्थिति से निपटने के अलावा, इस बारे में हम विस्तार से पूरी तरह से जांच के बाद ही बात कर पाएंगे।”

प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि सुवेंदु के काफिले के आगे चल रही कार ने टक्कर मारी। आरोप है कि युवक को टक्कर मारने के बाद भी काफिला मौके पर नहीं रुका। इस घटना के बाद स्थानीय निवासियों ने दीघा जाने वाले 116बी एनएच को जाम कर दिया।

विपक्षी पार्टी के नेता के कार्यालय सूत्रों के मुताबिक जिस कार के खिलाफ शिकायत की गई है वह बुलेटप्रूफ कार है। इसलिए यह सामान्य कार से भारी है। हालांकि सुवेंदु खुद इस मामले पर कोई कमेंट नहीं करना चाहते थे।

मोयना में मारे गए नेता के परिवार से मिलने पहुंचे बीजेपी नेता सुवेंदु

सुवेंदु अधिकारी ने गुरुवार को पुरबा मेदिनीपुर जिले के मोयना में पार्टी के बूथ स्तर के मारे गए नेता के परिवार से मुलाकात की और 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की। अधिकारी ने बिजयकृष्ण भुनिया की हत्या के विरोध में एक हजार से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं के जुलूस का नेतृत्व किया और भाजपा नेता के अस्थायी स्मारक पर माल्यार्पण किया।

भुनिया का शव सोमवार देर रात उसके घर से कुछ दूरी पर मिला, जिसके सिर पर चोट के निशान थे। भाजपा ने आरोप लगाया कि हत्या के पीछे तृणमूल कांग्रेस के गुंडे थे। इस आरोप का राज्य की सत्ताधारी पार्टी ने खंडन किया।

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