सार

सावन में मानसून की ऐसी झड़ी सालों बाद देखने को मिली है। पश्चिम-उत्तरभारत में बाढ़ है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल समेत देश के उत्तरी राज्यों में बाढ़ आई हुई है। हिमाचल प्रदेश में बाढ़ से 4000 करोड़ रुपए के नुकसान की आशंका है।

शिमला. बाढ़ ने हिमाचल प्रदेश को अस्तव्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग ने यहां अगले 2-3 दिनों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। ब्यास सहित नदी-नाले उफान पर हैं। सड़कें बह गई हैं। पुल टूट गए हैं। कई जगह पर्यटक फंस हुए हैं।

 

सावन में मानसून की ऐसी झड़ी सालों बाद देखने को मिली है। पश्चिम-उत्तरभारत में भारी बारिश बाढ़ लेकर आ गई है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल समेत देश के उत्तरी राज्यों में बाढ़ आई हुई है। 7 राज्यों में लैंडस्लाइड और बाढ़ की अलग-अलग घटनाओं कई लोगों को जान गंवानी पड़ी है। अगर सिर्फ हिमाचल प्रदेश की बात करें, तो यहां बाढ़ से 4000 करोड़ रुपए के नुकसान की आशंका है।

हिमाचल प्रदेश में बाढ़, पानी में बह गईं कारें, चौंकाने वाले वीडियो

भारी बारिश के चलते हिमाचल प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है। मौसम विभाग ने यहां फिर से भारी बारिश यानी ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 10 गुना ज्यादा बारिश हो चुकी है। नदियां उफान पर हैं। भारी-भरकम गाड़ियां भी बाढ़ में कागज की नावों की तरह बहते देखी जा रही हैं। ट्रैफिक रुका पड़ा है। पंजाब और चंडीगढ़ में 13 जुलाई तक सभी स्कूल बंद हैं। दिल्ली-अंबाला रूट पर चलने वाली 24 ट्रेनें कैंसिल करनी पड़ी हैं।

यह वीडियो हिमाचल के सोलन जिले के पर्यटन स्थल परवाणू से वायरल हुआ है। इसमें आप देख सकते हैं कि गंदे पानी के बहाव में कैसे कारें बहती जा रही हैं।

भारी बारिश के पीछे कौन सा मौसम सिस्टम एक्टिव?

भारत मौसम विज्ञान विभाग(IMD) और प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट वेदर के अनुसार, दिल्ली-NCR में आजकल में भी भारी बारिश के आसार हैं। मानसून और पश्चिमी विक्षोभ(Western Disturbance) एक साथ एक्टिव होने की वजह पूरे उत्तर भारत में लगातार बारिश का दौर जारी है। कहा जा रहा है कि हिमाचल प्रदेश में बारिश ने 50 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। राज्य के 7 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है।

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