सार
जैसा आपने वेबसीरिज 'जामताड़ा' में देखा, वैसे ही बकायदा ट्रेनिंग लेने के बाद तीन युवकों ने फर्जी फर्म बनाकर एक स्पेशल कूरियर कंपनी की आड़ में कइयों को ठग डाला। यह और बात रही कि महाराष्ट्र की नागपाड़ा पुलिस ने उन्हें धर दबोचा।
मुंबई. जैसा आपने वेबसीरिज 'जामताड़ा' में देखा, वैसे ही बकायदा ट्रेनिंग लेने के बाद तीन युवकों ने फर्जी फर्म बनाकर एक स्पेशल कूरियर कंपनी की आड़ में कइयों को ठग डाला। यह और बात रही कि महाराष्ट्र की नागपाड़ा पुलिस ने उन्हें धर दबोचा। वैसे वेबसीरिज जामताड़ के ठगों पर ही बनाई गई है।
14 पॉइंट में जानिए कैसे ठगते थे जामताड़ के अंसारी ठग
1. फिशिंग गतिविधियों के लिए कुख्यात झारखंड के जामताड़ा जिले से नागपाड़ा पुलिस ने तीन साइबर बदमाशों को गिरफ्तार किया है।
2. नागपाड़ा पुलिस के उनके ठिकाने पर पहुंचने से कुछ मिनट पहले ही आरोपियों को सूचना मिल गई थी और वे जंगल की ओर भागने लगे थे। तीनों का जंगल में 3-4 किमी तक पीछा करने के बाद नागपाड़ा पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
3.आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि उन्हें उनके गांव के लोगों ने ट्रेंड किया था। वे पिछले 4-5 महीनों से जंगल के अंदर से इस घोटाले को अंजाम दे रहे थे। इस जगह पर पुलिस का उन तक पहुंचना आसान नहीं था।
4. एक जांच अधिकारी ने कहा-“हम उनके सटीक ठिकाने तक पहुंचने के लिए लगभग 13 से 14 किमी पैदल चले। स्थानीय साइबर टीम के साथ हमने उन्हें जंगल के अंदर 3-4 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद पकड़ लिया।
5. पुलिस के मुताबिक, यह ऑपरेशन बेहद कठिन था, क्योंकि ग्रामीण बड़ी संख्या में जालसाजों के समर्थन में आ गए थे।
6. पुलिस के अनुसार, अधिकांश पीड़ि गूगल पर एक स्पेशल कूरियर कंपनी की सर्चिंग के दौरान आरोपी द्वारा बनाई गई फर्जी फर्म के पेज पर पहुंच गए थे।
7. नागपाड़ा पुलिस स्टेशन के एसपीआई महेशकुमार ठाकुर ने कहा, "जैसे ही कोई कस्टमर फोन करता, आरोपियों में से कोई एक उठा लेता। ग्राहक को तब बताया गया जाता कि उनके सवालों का जवाब देने एक दूसरा कॉल आएगा।"
8. कस्टमर से कहा जाता कि जब उसे दूसरे नंबर से कॉल आएगी, तब एक लिंक दी जाएगी। वहां वह डिटेल्स शेयर कर सकता है। इसके लिए उसे सिर्फ 5 रुपये का भुगतान करना होगा।
9.बदमाश एक ऐप का इस्तेमाल कर फोन पर कंट्रोल हासिल कर लेते थे, जिसे ग्राहक को डाउनलोड करने के लिए कहा जाता था। जालसाज इसके बाद उनके खाते से पैसे निकाल लेते थे।
10.ऐसा ही एक मामला नागपाड़ा पुलिस ने दिसंबर 2022 में दर्ज किया था, जहां एक शिकायतकर्ता से 15,000 रुपये की ठगी की गई थी।
11. पुलिस अधिकारी ने कहा-“हमने मामले पर पूरी तरह से काम किया और पाया कि आरोपी जामताड़ा से काम कर रहे थे। अधिकारियों की एक टीम को 16 फरवरी को जिले में तैनात किया गया था।
12.18 फरवरी को स्थानीय पुलिस की मदद से छापेमारी की गई, लेकिन हमारे वहां पहुंचने के बाद आरोपियों ने भागने की कोशिश की। अधिकारियों ने जंगल में उनका पीछा किया और तीन आरोपियों को पकड़ लिया।”
13. पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपियों को मुंबई लाया गया और सेवरी अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें 28 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। पुलिस के अनुसार, ऐसा लगता है कि कि आरोपियों ने देश भर में सैकड़ों लोगों को ठगा है।
14. पुलिस ने कहा कि उसे उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और असम में दर्ज मामलों की डिटेल्स मिली है। उन्हें संदेह है कि तीनों घाटकोपर, एलटी मार्ग और कल्याण पुलिस स्टेशनों में दर्ज मामलों में भी शामिल हो सकते हैं।
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