सार
Pawan Kalyan Controversy: पवन कल्याण के काफिले से हुए ट्रैफिक जाम में फंसे 30 से ज्यादा छात्र, JEE Main 2025 की परीक्षा देने से चूके। उपमुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश।
Pawan Kalyan Controversy: आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम और जन सेना पार्टी प्रमुख पवन कल्याण एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार वजह कुछ अलग है। विशाखापत्तनम में उनके काफिले के कारण कथित तौर पर ट्रैफिक जाम लग गया, जिससे 25 से अधिक छात्र JEE (Main) 2025 की परीक्षा देने से चूक गए। अब इन छात्रों का पूरा शैक्षणिक साल अधर में लटक गया है। मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है और पवन कल्याण ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
क्या है मामला?
3 अप्रैल की सुबह, विशाखापत्तनम के ION डिजिटल जोन में JEE (Main) 2025 की परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा सुबह 8:30 बजे शुरू होनी थी, लेकिन NAD जंक्शन के पास भारी ट्रैफिक जाम लग गया। इस जाम का कारण उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण का काफिला बताया गया, जो आराकू की ओर जा रहा था। बी. कलावती, जिनके बेटे को परीक्षा देनी थी, उन्होंने बताया, "हम NAD जंक्शन पर सुबह 7:50 बजे पहुंचे थे लेकिन एग्जाम सेंटर तक पहुंचने में हमें 42 मिनट लग गए। मेरे बेटे को एग्जाम हॉल में घुसने नहीं दिया गया।"
पैरेंट्स की अपील: दोबारा हो एग्जाम
अन्य पैरेंट्स ने बताया कि लगभग 30 छात्र इस ट्रैफिक जाम से प्रभावित हुए। कुछ छात्र मात्र 1—2 मिनट की देरी से पहुंचे लेकिन उन्हें भी एंट्री नहीं मिली। एक अन्य पैरेंट अनिल कुमार ने कहा, "अगर प्रशासन थोड़ी समझदारी दिखाता और एग्जाम सेंटर से बात करके पांच मिनट की छूट दिलवा देता, तो बच्चों का साल बर्बाद नहीं होता।" उन्होंने उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण से मांग की कि इस घटना से प्रभावित छात्रों के लिए दोबारा परीक्षा आयोजित करवाई जाए।
विशाखापत्तनम पुलिस ने किया आरोपों से इनकार
हालांकि, विशाखापत्तनम पुलिस ने ट्रैफिक जाम के आरोपों को नकार दिया है। पुलिस के अनुसार, "उपमुख्यमंत्री का काफिला सुबह 8:41 बजे उस इलाके से गुजरा, जबकि छात्रों को 7:00 से 8:30 बजे के बीच सेंटर पर पहुंचना था।" पुलिस का कहना है कि परीक्षा केंद्र के पास किसी भी मुख्य मार्ग पर सुबह 8:30 बजे से पहले ट्रैफिक नहीं रोका गया था। छात्रों की लेट-लतीफी में प्रशासन का कोई हाथ नहीं है।
पवन कल्याण ने दिए जांच के आदेश
पवन कल्याण ने तुरंत मामले पर संज्ञान लिया और एक विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने कहा कि जांच में स्पष्ट होना चाहिए कि काफिले के लिए ट्रैफिक कितनी देर रोका गया? छात्र जिन रास्तों से सेंटर आ रहे थे, वहां ट्रैफिक की स्थिति क्या थी? क्या सर्विस रोड पर भी रुकावट थी? डिप्टी सीएम ने कहा, "मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि मेरे किसी भी दौरे से आम नागरिकों, खासकर छात्रों को कोई परेशानी न हो।"
कार्यकर्ताओं को निर्देश, ट्रैफिक न रोकें
जन सेना पार्टी की ओर से एक निर्देश जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि पार्टी कार्यकर्ता माला पहनाने जैसे काम के लिए क्रेन के इस्तेमाल से ट्रैफिक डिस्टर्ब न करें, और पुलिस के ट्रैफिक प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करें।