सार
इनसे मिलिए! ये हैं दक्षिण-पूर्व रेलवे(South Eastern Railway) के टिकट चेकर पिंटू दास। इन्हें आप रेलवे के 'वसूली भाई' भी कह सकते हैं, लेकिन ये उन्हीं पैसेंजर से जुर्माना वसूलते हैं, जो बिना टिकट या सही टिकट न होने पर ट्रेन में यात्रा करते हैं।
नई दिल्ली. इनसे मिलिए! ये हैं दक्षिण-पूर्व रेलवे(South Eastern Railway) के टिकट चेकर पिंटू दास। इन्हें आप रेलवे के 'वसूली भाई' भी कह सकते हैं, लेकिन ये उन्हीं पैसेंजर से जुर्माना वसूलते हैं, जो बिना टिकट या सही टिकट न होने पर ट्रेन में यात्रा करते हैं। इनसे पहले दक्षिण रेलवे(Southern Railway) की चीफ टिकट इंस्पेक्टर टिकट इंस्पेक्टर रोजलिन अरोकिया मैरी भी मीडिया की सुर्खियों में आ चुकी हैं।
पिंटू दास ने एक करोड़ का जुर्माना वसूला
रेलवे टिकट चेकर्स द्वारा वसूले गए जुर्माने से लाखों रुपये का राजस्व कमाता है। ऐसे ही एक टिकट चेकर दक्षिण पूर्व रेलवे की हावड़ा खड़गपुर शाखा के पिंटू दास हैं, जिन्होंने चालू वित्त वर्ष के दौरान 1 करोड़ रुपये से अधिक का 'जुर्माना' वसूल कर एक मिसाल कायम की है।
दक्षिण पूर्व रेलवे के एक आधिकारिक बयान के अनुसार, पिंटू दास, जिनका कार्यस्थल हावड़ा खड़गपुर शाखा का संतरागाछी स्टेशन है, ने 26 मार्च, 2023 तक पैनल्टीज के रूप में कुल 1,00,53,400 रुपये एकत्र किए। रेलवे के अनुसार, यह रेलवे की दक्षिण-पूर्वी ब्रांच से जुर्माने के रूप में किसी टिकट चेकर द्वारा एकत्र की गई सबसे अधिक राशि है।
पिंटू दास ने कहा कि वह लंबी दूरी के यात्रियों के टिकट के साथ-साथ हावड़ा से खड़गपुर, खड़गपुर से बालेश्वर, हावड़ा से दीघा और शालीमार से टाटा सेक्शन के बीच लोकल ट्रेनों की जांच करते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी उपलब्धि के पीछे कई लोगों का हाथ है, लेकिन उन्होंने सीनियर डिविजन कमर्शियल मैनेजर राजेश कुमार को अपनी 'मुख्य प्रेरणा' बताया।
पिंटू दास ने कहा-“मुझे सभी इन चार्ज और स्टाफ का सपोर्ट मिला। सबका सहयोग पाकर मैं इस सफलता या लक्ष्य तक पहुंचा हूं। इसके जरिए मैं अपने डिवीजन को आगे बढ़ा पाया। पिंटू दास भविष्य में रेलवे को और आगे ले जाना चाहते हैं।
अब जानिए ये भी बात
दक्षिणी मध्य रेलवे ने अपने नौ टिकट-जांच कर्मचारियों के नाम शेयर किए हैं, जिन्होंने चालू वित्त वर्ष में प्रत्येक अपराधियों से 1 करोड़ रुपये से अधिक एकत्र किए हैं और एक करोड़ क्लब-One Crore Club में प्रवेश किया है। कर्मचारियों ने कुल 1.16 लाख यात्रियों पर जुर्माना लगाया, जो बिना टिकट यात्रा करते पाए गए या अनियमित यात्री थे या जिनके पास सामान बुक नहीं था। कुल संयुक्त जुर्माना संग्रह 9.62 करोड़ रुपये रहा।
दक्षिण मध्य रेलवे ने एक बयान में कहा-“दक्षिण मध्य रेलवे के इतिहास में यह पहली बार है कि किसी भी व्यक्तिगत टिकट-जांच कर्मचारी ने कमाई में 1 करोड़ रुपये को पार कर लिया है।"
नौ टिकट जांच कर्मचारियों में से सात सिकंदराबाद मंडल से और एक-एक विजयवाड़ा और गुंटकल मंडल से हैं। सिकंदराबाद मंडल के मुख्य टिकट निरीक्षक टी नटराजन 12,689 यात्रियों से 1.16 करोड़ रुपये वसूल कर सबसे अधिक कमाई करने वाले व्यक्ति के रूप में उभरे।
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