सार

पीएम मोदी ने अटलजी की जयंती पर केन-बेतवा लिंक परियोजना का शुभारंभ किया। बुंदेलखंड की बदहाली के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया और जल संरक्षण पर जोर दिया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत-रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर खजुराहो में देश की पहली महत्वाकांक्षी और बहुउद्देशीय केन-बेतवा राष्ट्रीय नदी जोड़ो परियोजना की आधारशिला रखी। स्थानीय मेला ग्राउंड में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल के साथ पीएम मोदी ने केन और बेतवा नदी का जल संगम कराकर इस परियोजना का शुभारंभ किया। इसी के साथ ही देश की पहली ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना का लोकार्पण और 1153 अटल ग्राम सुशासन भवनों का भूमि-पूजन किया गया. साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. वाजपेयी की स्मृति में डाक टिकट और 100 रुपये का सिक्का भी जारी किया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने संबोधन की शुरुआत बुंदेली भाषा अभिवादन के साथ की. उन्होंने एक साल का कार्यकाल पूरा होने पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि आज यहां हजारों करोड़ की विकास परियोजनाओं की शुरुआत हुई है. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को स्मरण करते हुए कहा कि अटलजी की जयंती का ये पर्व सुशासन और सुसेवा का भी पर्व है. अटल ग्राम सेवा सदन का निर्माण गांवों के विकास को नई गति देंगे. उन्होंने कहा कि सुशासन दिवस हमारे लिए एक दिन का कार्यक्रम नहीं, ये भाजपा सरकारों की पहचान है. पीएम मोदी ने कहा कि जहां भाजपा सरकार रहीं वहां जनहित और विकास के कामों में सफलता पाई है. जिन लोगों ने देश के लिए रक्त बहाया हम अपने पसीने से उनके सपनों को सींच रहे हैं.

पीएम मोदी ने समझाया सुशासन का अर्थ

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि अतीत में कांग्रेस सरकार घोषणाएं करने में माहिर थी, लेकिन उनका फायदा कभी लोगों को नहीं मिला. कांग्रेस सरकारों की योजनाओं को लेकर न तो नीयत थी न गंभीरता थी. उन्होंने कहा कि हमने जनधन खाते खुलवाकर हर योजना का लाभ गरीबों तक पहुंचाया. सुशासन का अर्थ यही है कि लोगों को अपने अधिकार के लिए दूसरों के आगे हाथ न फैलाना पड़े.

सुशासन और कांग्रेस का 36 का नाता

देश में लंबे वक्त तक कांग्रेस की सरकारें रहीं, लेकिन सुशासन का कांग्रेस से 36 का नाता रहा. इसका खामियाजा दशकों तक बुंदेलखंड के लोगों ने भुगता, पीढ़ी दर पीढ़ी बूंद बूंद पानी के लिए संघर्ष किया.

बाबा साहब को मिलना चाहिए था श्रेय

पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने कभी जलसंकट के स्थायी समाधान के बारे में नहीं सोचा. कांग्रेस ने केवल एक व्यक्ति को क्रेडिट देने के चक्कर में सच्चे सेवक को भुला दिया. जलशक्ति के लिए बाबा साहब अंबेडकर को श्रेय मिलना चाहिए था जिन्होंने घाटी परियोजना और केन्द्रीय जल आयोग बनाने में योगदान दिया लेकिन कांग्रेस ने बाबा साहब को कभी श्रेय नहीं दिया. कांग्रेस ने कभी भी नदियों से जुड़े विवादों पर गंभीरता नहीं दिखाई वो चाहती तो विवाद खत्म हो सकते थे. इतना ही नहीं अटलजी के प्रयासों और सपनों को 2004 में कांग्रेस ने ठंडे बस्ते में डाल दिया

जल है तो कल है

पीएम मोदी ने जल संरक्षण का महत्व बताते हुए कहा कि 21वीं सदी की सबसे बड़ी चुनौती है जल सुरक्षा, वही देश और वही क्षेत्र आगे बढ़ेगा जिसके पास पर्याप्त जल और जल प्रबंधन होगा. पानी होगा तभी खेत खलिहान खुशहाल होंगे, उद्योग धंधे फलेंगे फूलेंगे. उन्होंने कहा कि गुजरात में ज्यादातर समय सूखा रहता है. लेकिन मध्यप्रदेश से निकली मां नर्मदा ने गुजरात का भाग्य बदल दिया. इसीलिए मैने बुंदेलखंड के लोगों से वादा किया था आपकी मुश्किलें कम करने के लिए ईमानदारी से काम करुंगा। पीएम ने बताया कि हर घर नल जल योजना के जरिए पिछले पांच वर्षों में 12 करोड़ नए परिवारों तक नल से जल पहुंचाया गया है. जिस पर साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये खर्च हुए

मध्यप्रदेश ने किया है शानदार काम

प्रधानमंत्री मोदी ने मध्यप्रदेश की प्रशंसा करते हुए कहा कि पिछले दस साल में पांच लाख हैक्टेयर भूमि माइक्रो इरिगेशन से जुड़ी. उन्होंने बताया कि अमेरिका के एक अखबार ने मध्यप्रदेश को दुनिया के सबसे आकर्षक 10 स्थानों में से एक बताया है. उन्होंने कहा कि बीते दो दशकों में मध्यप्रदेश ने अनेक पैमानों पर शानदार काम किया है..आने वाले समय में बुंदेलखंड का रोल विकसित भारत विकसित मध्यप्रदेश बनाने में बड़ी भूमिका होगी

कांग्रेस ने कभी बुंदेलखंड की समस्या पर ध्यान नहीं दिया- मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव

इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आधुनिक भारत का भागीरथ बताया. उन्होंने कहा कि आज सुखद संयोग है अटलजी ने जो सपना देखा उसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरा किया. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि कई दशकों तक ये अंचल सूखे की समस्या से जूझता रहा, लोग सूखा पड़ने पर पलायन कर जाते थे.कांग्रेस ने कई बरसों तक सरकार चलाई लेकिन बुंदेलखंड की समस्या की तरफ कभी ध्यान नहीं दिया.

8 दिन में दो परियोजनाओं की सौगात

उन्होंने कहा कि 8 दिनों के भीतर मध्यप्रदेश को दो बड़ी सौगातें मिल गई हैं. पहले पार्वती कालीसिंध चंबल नदी परियोजना के के लिए 35 हजार करोड़ की सौगात मिली और अब करीब 45 हजार करोड़ की केन बेतवा नदी लिंक परियोजना. उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से मालवा और ग्वालियर अंचल के साथ अब बुंदेलखंड वासियों की भी पेयजल और सिंचाई की समस्या दूर होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक संपदा का उपयोग राज्य की बेहतरी और एक दूसरे का साथ देने के लिए होना चाहिए. लेकिन कांग्रेस को आज भी ये सौगातें नहीं सुहा रही है क्योंकि कांग्रेस ने कभी बुंदेलखंड का भला नहीं सोचा.

मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने दी जनकल्याण पर्व की जानकारी

मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार के एक वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर चलाए जा रहे जनकल्याण पर्व के बारे में भी जानकारी देते हुए बताया कि 7 हजार से ज्यादा शिविर लगाकर करीब 3 लाख लोगों की समस्याओं का निराकरण किया गया. उन्होंने कहा कि रोजगार के लिए इस वर्ष एक लाख पदों पर और पांच साल में ढाई लाख पदों पर भर्ती होगी. साथ ही सीएम ने कहा कि रीजनल इन्वेस्टर समेत अलग अलग शहरों में निवेशकों से बैठक के दौरान अब तक करीब 4 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिल चुके हैं.

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने पीएम मोदी को भेंट की श्रीराम की प्रतिमा

इससे पहले पीएम मोदी ने मंच के पास केन बेतवा परियोजना को लेकर लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रधानमंत्री मोदी को परियोजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी. वहीं मंच पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को टेराकोटा से बनी भगवान राम की बाल्यावस्था की प्रतिमा भेंट की..साथ ही उन्हें पीतल और अष्टधातु से बनी खजुराहो के मंदिर की प्रतिकृति भी भेंट की।