सार
मप्र। हीरा (Diamond) – किसे पसंद नहीं होता? लड़कियां हीरे के आभूषण (Jewellery) पहनने का सपना देखती हैं। इसे पाना आसान नहीं। पैसे खर्च करने पर ही हीरा मिलता है। क्या बिना खर्चे के ज़मीन में हीरा मिल सकता है? शिवराजकुमार (Shivarajkumar) और प्रभुदेवा की फिल्म 'करतक दमनक' में आप ज़मीन में सोने के सिक्के मिलते देख सकते हैं। लेकिन वे खुद ही ज़मीन में सिक्के डालते हैं। सिक्के मिलने की बात पता चलते ही लोग ज़मीन खोदने लगते हैं। यह तो फिल्म की कहानी थी। अब हम जिस गाँव की बात कर रहे हैं, वहाँ सचमुच ज़मीन में पत्थर की तरह हीरे मिलते हैं। कहीं भी ज़मीन खोदने पर, अगर किस्मत अच्छी हो तो हीरा मिल जाता है। वहाँ के लोग हमेशा हीरों की तलाश में रहते हैं। उनका मुख्य लक्ष्य हीरा है।
रातोंरात चमक जाती है मजदूरों की किस्मत
हीरे मिलने वाला यह गाँव मध्य प्रदेश में है। इसका नाम पन्ना (Panna) है। इसे हीरों का शहर भी कहते हैं। इस शहर में मज़दूरों की किस्मत रातोंरात बदल गई है। दिन के सौ-दो सौ रुपये कमाने वाले लोग करोड़पति बन गए हैं। यहाँ बड़ी संख्या में हीरे मिलते हैं। सरकार समय-समय पर इनकी नीलामी करती है। इन्हें खरीदने के लिए भारत और विदेशों से व्यापारी आते हैं। यहाँ के लोग खदानें खरीदते हैं या किराए पर लेते हैं। फिर वहाँ हीरों की तलाश करते हैं। कुछ लोगों को शुरुआत में ही हीरा मिल जाता है, तो कुछ लोग साल भर ढूंढने पर भी हीरा नहीं पाते। कई लोग ज़िंदगी भर हीरे ढूंढते रहते हैं और नाकाम रहते हैं।
ट्रैक्टर ड्राइवर पा चुका है 80 लाख का हीरा
पन्ना से 80 किलोमीटर दूर खदानें हैं। यहाँ सफेद, रंगहीन और कोका कोला रंग के हीरे मिलते हैं। यहाँ लोग आमतौर पर खदानों में हीरे ढूंढते हैं और कभी-कभी 2-3 करोड़ रुपये के हीरे मिल जाते हैं। कुछ दिन पहले एक मज़दूर को एक हीरा मिला था। उसकी कीमत 80 लाख रुपये थी। यह आदमी ट्रैक्टर ड्राइवर था, लेकिन अपनी खान में हीरे ढूंढ रहा था। कई सालों से वह हीरे की तलाश कर रहा था। ठेका नवीनीकृत करते ही उसे हीरा मिल गया। अच्छी क्वालिटी के हीरे की मांग ज़्यादा होती है। यहाँ की एक और खास बात यह है कि खदानों का ठेका सिर्फ़ 200 रुपये में मिल जाता है। लोग 200 रुपये देकर ज़मीन का ठेका लेते हैं और फिर हीरे ढूंढते हैं। कोई भी व्यक्ति ज़मीन का ठेका ले सकता है। फोटो, आधार कार्ड देकर ज़मीन मिल जाती है।
कुछ बर्बाद और कुछ हो गए मालामाल
कुछ लोगों का ठेका पैसा बर्बाद हो गया, उन्हें अब तक एक भी हीरा नहीं मिला। दूसरों ने अब तक 20 से ज़्यादा हीरे पा लिए हैं। कुछ हीरों की कीमत 50 लाख है, तो कुछ की 1-2 करोड़। यहाँ मिले हीरे को बेचना मुश्किल नहीं है। पन्ना के संयुक्त कलेक्ट्रेट में स्थित हीरा कार्यालय में जमा करना होता है। अधिकारी उसकी जाँच करते हैं। इसके बाद सरकार उसकी नीलामी करती है।