सार

आज दुर्लभ संयोग के चलते आसमान में चांद और भी ज्यादा बड़ा और चमकदार दिखाई देगा। इससे आसमान का रंग भी गहरा नीला हो जाएगा। ऐसे आज दिखने वाले चांद को सुपर ब्लू मून कहा जाएगा। 

उज्जैन। हाल ही चंद्रयान-3 की सफलता के साथ भारत ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर अपना झंडा लहरा दिया है.  वहीं पृथ्वी का सबसे नजदीकी उपग्रह होने के चलते चांद पर होने वाली गतिविधियों का पता भी वैज्ञानिकों को जल्दी हो जाता है। चंद्रमा की चाल के साथ उसमें होने वाली गतिविधियों को धर्म, पूजा-पाठ और ज्योतिष से भी जोड़ कर देखा जाता है। 

ऐसे में 30 अगस्त यानी आज एक और दुर्लभ बात चांद को लेकर देखने को मिलेगी। आज चांद ज्यादा बढ़ा और चमकदार दिखेगा। वैज्ञानिकों ने आज दिखने वाले इस चांद को ‘सुपर ब्लू मून’ का नाम दिया है। 

आखिर क्या है सुपर ब्लू मून
सुपर ब्लू मून को आसान शब्दों में बताएं तो जब चंद्रमा पृथ्वी के काफी नजदीक आ जाता है तो उसका आकार भी बड़ा दिखने लगता है। ऐसे में उसकी चमक भी सामन्य से 14 फीसदी तक बढ़ जाती है। ऐसे में आसमान का रंग और भी ज्यादा गहरा नीला हो जाता है। इसे ही सुपर ब्लू मून कहते है। 

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कब बनता है सुपर ब्लू मून का संयोग
सुपर ब्लू मून का संयोग तभी बनता है जब महीने में दो बार पूर्णिमा की रात आती हो। इसमें भी पहली पूर्णिमा पर नहीं बल्कि दूसरी पूर्णिमा की रात को सुपर ब्लू मून दिखाई देता है। हालांकि खगोल शास्त्रियों की माने तो सुपर ब्लू मून का संयोग 2 से 3 सालों में एक बार ही बनता है। इस बार आज रात ये संयोग बन रहा है।

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भारत में सूरज ढलन से पहले ही दिखेगा ब्लू मून
भारत में ब्लू मून का नजारा देखने को नहीं मिलेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि दिन ढलने के बाद ही ब्लू मून निकलेगा लेकिन तब तक भारत में रात नहीं हुई होगी। ऐसे में यहां सुपर ब्लू मून का पता नहीं चल सकेगा। अमेरिका में सबसे बढ़िया ब्लू मून देखा जा सकता है।