सार

चंडीगढ़ में रिटायर कर्नल से डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड के जरिए 3.41 करोड़ की ठगी। पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया। ठगों ने मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाकर पैसे ऐंठे।

Digital Arrest Fraud: चंडीगढ़ के 82 साल के रिटायर कर्नल दलीप सिंह बाजवा से 3.41 करोड़ रुपए की ठगी हुई है। उनसे ये पैसे डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड के जरिए ठगे गए। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इनकी शुरुआत 18 मार्च को एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से आए कॉल से हुई थी। कॉलर ने दलीप सिंह को बताया कि उन्हें “डिजिटल अरेस्ट” कर लिया गया है। इसके बाद डरा-धमकाकर अलग-अलग खातों में कई भुगतान कराए।

इस मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। तीन को शनिवार को पकड़ा गया। पुलिस में दिए अपनी शिकायत में बाजवा ने बताया कि उन्हें पहले अंतरराष्ट्रीय नंबर +96424111812 से कॉल आया था। कॉलर ने खुद के सरकारी अधिकारी होने का दावा किया। विश्वास दिलाने के लिए उसने जाली एटीएम कार्ड दिखाया। यह नकली वर्चुअल अकाउंट से जुड़ा था। यह उसके नाम से बनाया गया था। बातचीत वीडियो कॉल पर हुई।

ठगों ने दलीप सिंह बाजवा को बताया- मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रडार पर हैं

HT की रिपोर्ट के अनुसार, अगले दिन कॉलर ने बाजवा को बताया कि वह 2 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रडार पर हैं। यह मामला कारोबारी नरेश गोयल से जुड़ा है। उसने बाजवा को बताया कि उनपर 20 लाख रुपए कमीशन लेने का आरोप है।

जालसाजों ने बाजवा को सुप्रीम कोर्ट का जाली गिरफ्तारी वारंट भी दिखाया। उन्हें लगातार वीडियो कॉल पर रखा। डरा धमकाकर अलग-अलग खातों में कई बार पैसे ट्रांसफर करवाए। कहा कि पैसे नहीं दिए तो गिरफ्तारी होगी।

साइबर क्राइम टीम कर रही जांच, पांच गिरफ्तार

इस मामले की जांच साइबर क्राइम टीम कर रही है। टीम स्कैम से जुड़े बैंक खातों, मनी म्यूल और डिजिटल उपकरणों सहित वित्तीय सुराग की जांच कर रही है। अवतार सिंह (21), अमृतपाल सिंह (25) और सुनील कुमार (24) को गिरफ्तार किया गया है। सभी हरियाणा के सिरसा के रहने वाले हैं।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, अमृतपाल सिंह और सुनील कुमार ने अवतार सिंह नाम के एक अन्य व्यक्ति को इंडसइंड बैंक में उसके नाम से बैंक खाता खोलने के लिए राजी किया। अकाउंट एक्टिव होने के बाद उसमें फ्रॉड के जरिए मिले 9.40 लाख रुपए डाले गए।

खाते में पैसे ट्रांसफर होने के बाद अमृतपाल और सुनील ने उसे नकद में निकाल लिया। पैसे का 1% हिस्सा अपने पास रखा और बाकी दूसरे व्यक्ति को दे दिया। वह अभी फरार है। जालसाजों ने ठगी के पैसे निकालने के लिए इसी तरह दूसरे बैंक अकाउंट्स का इस्तेमाल किया।

इससे पहले पुलिस ने हरियाणा के नारनौल से 25 साल के महक यादव और राजस्थान के झुंझुनू से 23 साल के सचिन शर्मा को इस मामले में गिरफ्तार किया था। दोनों इसी तरह के एक मामले में शामिल थे। इसमें एक खाते में 1.05 करोड़ रुपए जमा किए गए थे। उन्होंने कमीशन के तौर पर 1.2 लाख रुपए लिए थे।