सार

जयपुर में साइबर ठगों ने एसीबी डीजी रवि प्रकाश मेहरड़ा की फोटो का इस्तेमाल कर उनके परिचितों से पैसे मांगे। डीजी ने साइबर सेल को सूचित किया और जनता से अपील की कि ऐसे संदेशों से सावधान रहें।

जयपुर: राजधानी में साइबर ठगों ने एक नई ठगी की साजिश को अंजाम देने की कोशिश की है। इस बार ठगों ने एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) के डायरेक्टर जनरल (डीजी) रवि प्रकाश मेहरड़ा की फोटो का इस्तेमाल किया और परिचितों से पैसे की मांग की। यह घटना मंगलवार सुबह सामने आई, जब डीजी रवि प्रकाश को इस बात की जानकारी मिली कि उनकी फोटो के साथ वॉट्सऐप पर संदेश भेजकर परिचितों से पैसे की डिमांड की जा रही है।

डीजी की फोटो को डीपी में डालकर ठग रहे थे

रवि प्रकाश ने बताया कि जैसे ही उन्हें इस ठगी के बारे में पता चला, उन्होंने तुरंत पुलिस मुख्यालय की साइबर सेल को सूचित किया और इस मामले में कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने बताया कि उन्हें फोन पर परिजनों से सूचना मिली थी कि उनकी फोटो को डीपी (डिस्प्ले पिक्चर) में लगाकर परिचितों को वॉट्सऐप पर मैसेज भेजे जा रहे हैं। इन संदेशों में पैसे की मांग की जा रही थी। जब उन्होंने इन संदेशों को खुद मंगवाकर देखा, तो वह चौंक गए और यह समझ गए कि साइबर ठग उनकी पहचान का गलत इस्तेमाल कर लोगों को ठगने की कोशिश कर रहे थे।

डीजी राजस्थान की जनता से की यह अपील

डीजी रवि प्रकाश ने कहा, "साइबर ठगों ने मेरी फोटो का इस्तेमाल करके परिचितों को ठगी का शिकार बनाने की कोशिश की। मैंने तुरंत इस मामले की सूचना डीजी साइबर अपराध को दी, और उनकी टीम मामले पर काम कर रही है।" उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि अगर उनके नाम या फोटो का उपयोग करके कोई पैसे या अन्य वस्तु मांगे, तो यह ठगी का प्रयास हो सकता है। ऐसे मामलों में पुलिस से संपर्क करें या उस नंबर को ब्लॉक कर दें, ताकि भविष्य में कोई और ठगी का प्रयास न कर सके।

ठगी से बचने के लिए संदिग्ध संदेश को नजरअंदाज करें

साइबर अपराध के बढ़ते मामलों के बीच यह घटना एक बार फिर साइबर सुरक्षा की अहमियत को उजागर करती है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि लोगों को इस तरह की ठगी से बचने के लिए सतर्क रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध संदेश को नजरअंदाज करना चाहिए।

 

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