सार
राजस्थान से लेकर उत्तर प्रदेश तक सरकारी भर्ती परीक्षा के पेपर लगातार लीक हो रहे हैं। राजस्थान में तो सब इंस्पेक्टर का पेपर ही लीक हो गया। जहां पुलिस ने अब सिलेक्ट होने के बाद कई थानेदारों को गिरफ्तार किया है।
जयपुर. सब इंस्पेक्टर भर्ती पेपर लीक मामले में एसओजी ने तगड़ा एक्शन लिया है। सरकार ने इस भर्ती परीक्षा को पूरा करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं और जल्द से जल्द ट्रेनिंग एवं अन्य जरूरी गतिविधियां पूरी करने की तैयारी चल रही है। इस बीच चीटिंग कर पास होने वाले थानेदारों को एसओजी ने अरेस्ट कर लिया है, कई फरार हैं। उनमें से कईयों की कहानी फिल्मों के जैसी है। इसी में एक कहानी है जोधपुर की चंचल की.... !
चंचल की जेल तक पहुंचने की कहानी फिल्मों जैसी
दरअलस जोधपुर के फिटकासनी निवासी चंचल को एसओजी ने अरेस्ट कर लिया है। उसे किशनगढ़ में प्रशिक्षण के दौरान अरेस्ट कर लिया गया। वह थानेदार बन चुकी थी और ट्रेनिंग ले रही थी। चंचल की जेल तक पहुंचने की कहानी फिल्मों जैसी है। दरअसल चंचल के पिता श्रवण कुमार बाबल जोधपुर कमिश्नरेट के तहत आने वाले विवेक विहार थाने के एचएस है। उस पर करीब बीस केस दर्ज हैं और इन केसेज में से अधिकतर में उसे सजा हुआ है। पिछले दिनों करीब बारह साल की सजा काटकर वह जेल से आया था।
थानेदार बनने के बाद हुई गिरफ्तार
पूछताछ में पता चला कि श्रवण के साथ जोधपुर की जेल में राजेन्द्र विश्नोई उर्फ गुरु भी बंद था। जो पेपर ली का सरगना है और उसने दर्जनों परीक्षाओं के पेपर लीक किए हैं। दोनो की जेल में दोस्ती हुई और इस दोस्ती के कर्ज में राजेन्द्र विश्नोई ने यह वादा किया कि वह श्रवण की बेटी चंचल को एसआई बना देगा। एसआई भर्ती निकली तो उसने ही चंचल के लिए पेपर का इंतजाम किया। पेपर में चंचल पास भी हो गई। फिजिकल भी उसने निकाल लिया और आखिर वह थानेदार बन गई। लेकिन अब एसओजी ने उसे पकड़ लिया और अब वह रिमांड पर है। अब उसके जेल जाने की तैयारी है।