सार
जयपुर. राजस्थान के निवासियों को साइबर फ्रॉड से बचाने के लिए पुलिस मुख्यालय ने एडवाइजरी जारी की है। पुलिस मुख्यालय की साइबर क्राइम शाखा ने बधाई संदेशों के नाम पर ठगों द्वारा की जाने वाली धोखाधड़ी से सचेत रहने की ठगी प्रकरणों में तुरंत शिकायत दर्ज कराने सलाह दी है। डीजीपी साइबर क्राइम राजस्थान, हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि साइबर अपराधों पर अंकुश लगानें एवं लोगों में साइबर अपराधो के प्रति जागरूकता लाने के राजस्थान पुलिस लगातार काम कर रही है। अब नई चुनौती सामने आ रही है। यह एक साथ बड़ी संख्या में लोगों को टारगेट करने की तैयारी है।
क्रिसमस, न्यू ईयर पर रहें सावधान नहीं तो….
दरअसल आने वाले त्योंहार, नए साल से पहले साइबर अपराधी भी तैयार हैं। नए साल और क्रिसमस की बधाई व गिफ्ट के लिए लिंक शेयर कर साइबर धोखाधड़ी कर सकते है। डीजीपी प्रियदर्शी ने बताया कि साइबर अपराधी सोशल मीडिया प्लेटफार्म व्हाटसएप, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम, फेसबुक आदि या मैसेज के माध्यम से आगामी क्रिसमस, नववर्ष पर बधाई व गिफ्ट के लिए तथा पेन कार्ड का नया वर्जन बनाने के नाम पर केवाईसी व अन्य दस्तावेज अपलोड करने के सम्बंध में लिंक भेजकर या एपीके फाईल डाऊनलोड करने का झांसा देकर साइबर ठगी का प्रयास करेंगे। इस लिए प्रदेश के सभी जिलों के एसपी को इस बारें में जागरूकता फैलाने की सूचना दे दी है। प्रियदर्शी ने बताया कि इस प्रकार के लिंक में मालवेयर हो सकता है। इस लिंक पर क्लिक करने पर आपकी डिवाईस में मालवेयर वायरस आ सकता है। जिससे यूजर किसी भी तरह की साइबर फ्रॉड का शिकार हो सकता है। डीजीपी का कहना है कि लुभाने वाली स्कीम, मैसेज और अन्य किसी भी तरह की जानकारी से बचें और किसी भी तरह के लिंक पर क्लिक नहीं करें, बिल्कुल नहीं करें।
केंद्र सरकार की योजना के नाम पर हो सकती है ठगी
डीजीपी ने कहा कि वर्तमान पैन कार्ड को डिजिटल कार्ड के रूप में अपग्रेड करने की केंद्र सरकार की योजना पेन 02 के नाम पर भी लोग साइबर ठगी का शिकार हो सकते हैं। साइबर अपराधी लोगों को पैन कार्ड अपग्रेड करने के नाम पर ठगने की कोशिश कर रहे हैं। इस योजना की प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई है। इस संबंध में कोई भी संपर्क करे तो पहले इनकमटैक्स विभाग की अधिकृत वेबसाइट देखे। उसके बाद भी मैसेज को फॉलो करें।