सार

पाकिस्तान सीमा से सटे जैसलमेर के रेगिस्तान में स्थित राजकुमारी रत्नावती गर्ल्स स्कूल अपनी विशेष वास्तु कला की कहानी बयां करती है। जहां 50 डिग्री तापमान में भी एसी की तरह ठंडक रहती है। एक दम संसद भवन की तरह दिखता है।

जैसलमेर. राजस्थान में बारिश का सीजन खत्म होने के बाद एक बार फिर तापमान बढ़ने लगा है। विशेषज्ञों के अनुसार एक बार फिर तापमान 45 डिग्री के करीब पहुंच सकता है। मौसम साफ रहने के चलते राजस्थान के सरहदी क्षेत्र जैसलमेर में भी तापमान 40 से 50 डिग्री के बीच रह सकता है। लेकिन यहां स्थित राजकुमारी रत्नावती गर्ल्स स्कूल में इतने ज्यादा तापमान में भी गर्मी नहीं लगती। क्योंकि यह स्कूल हमेशा ठंडा रहता है। इस स्कूल को देखकर ऐसा लगता है जैसे मानो रेगिस्तान में संसद भवन जैसी डिजाइन में इसे तैयार किया गया है।

न्यूयॉर्क के आर्किटेक्ट डायरला ने किया डिजाइन

न्यूयॉर्क के आर्किटेक्ट डायरला केलाग ने इस डिजाइन किया। इसमें जगह-जगह छोटे छेद किए गए हैं। जिससे सीधी ठंडी हवा अंदर आती है। साथ ही अंदर ह्यूमिडिटी भी नहीं रहती।

स्कूल में है 400 बच्चों की कैपेसिटी

स्कूल में सोलर पैनल लगाए गए हैं जिसके चलते बिजली का खर्च भी काफी काम आता है। इस स्कूल में 400 बच्चों की कैपेसिटी है। पाकिस्तान सीमा से सटे जैसलमेर के रेगिस्तान के केंद्र में स्थित स्कूल की इमारत अपनी विशेष वास्तु कला की कहानी बयां करती है।

स्कूल का संचालन ट्रस्ट के द्वारा किया जाता

इस स्कूल की सबसे खास बात यह है कि यहां लड़कियों को एजुकेशन फ्री में दी जाती है। यानि लड़कियों की पढ़ाई की कोई फीस नहीं है। इसके अलावा बच्चों को खाना भी दिया जाता है। इसके अलावा अंग्रेजी और कंप्यूटर शिक्षा पर इसमें जोर दिया जा रहा है।