सार
राजस्थान में विधायकी का चुनाव लड़ने वाले किस सांसद की किस्मत चमकेगी। राजस्थान के 8 सांसदों ने यहां चुनाव लड़ा था जिसमें से चार की सीटों पर वोटिंग प्रतिशत में गिरावट देखने को मिली है।
जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए 25 नवंबर को मतदान हो गया। इसके बाद अब सबकी निगाहें 3 दिसंबर यानि मतगणना के दिन पर टिकी हुई है। राजस्थान में इस बार का चुनाव बेहद रोचक माना जा रहा है क्योंकि इस बार विधानसभा के चुनाव की दौड़ में केवल विधायक ही नहीं बल्कि कई सांसद भी है। इनमें सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, दीया कुमारी, किरोड़ीलाल मीणा, बाबा बालकनाथ,भागीरथ चौधरी, देवजी पटेल, हनुमान बेनीवाल और नरेंद्र खीचड़ शामिल है।
चार सांसदों की सीट पर मतदान प्रतिशत घटा
इन आठ सांसद में से चार ऐसे हैं जिनकी सीट पर पिछले 2018 के विधानसभा चुनाव की तुलना में मतदान का प्रतिशत घटा है लेकिन यदि उनके जीते हुए लोकसभा चुनाव की बात की जाए तो मतदान प्रतिशत बढ़ा है। बात करें यदि राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की तो पिछले चुनाव में उनकी विधानसभा सीट झोटवाड़ा में मतदान का प्रतिशत 72.40 था। जो इस बार 71% के करीब आ चुका है।
दीया कुमारी, किरोड़ी लाल और बालकनाथ की सीट पर भी बढ़ी वोटिंग
सांसद दीया कुमारी की विधानसभा सीट विद्याधर नगर में पिछली बार मतदान का प्रतिशत 70.30% था जो इस बार 72.58 प्रतिशत, किरोड़ी लाल मीणा की सीट सवाई माधोपुर में पिछले साल मतदान प्रतिशत 69.30 से बढ़कर 70.27, बालकनाथ की तिजारा सीट पर पिछली बार मतदान 82.30 प्रतिशत था जो इस बार 85% से ज्यादा हो चुका है।
सांसद हनुमान बेनीवाल की सीट पर भी कम वोटिंग
भागीरथ चौधरी की विधानसभा सीट पर पिछले साल मतदान 74.70% था जो इस बार 76.18, नरेंद्र कुमार की मंडावा सीट पर पिछले साल मतदान 74.20 था जो इस बार 73.99%, देवजी पटेल का मतदान प्रतिशत 81.40 से 80.85, सांसद हनुमान बेनीवाल की सीट का मतदान प्रतिशत पिछले साल 75% से ज्यादा था जो इस बार 72 प्रतिशत तक रह गया। राजनीतिक जानकारों की माने तो नरेंद्र कुमार और सांचौर की सीट पर कड़ा मुकाबला है बाकी सीटों पर भाजपा की स्थिति मजबूत दिख रही है।