सार
उत्तरप्रदेश प्रयागराज | महाकुंभ मेला 2025 के दौरान प्रयागराज में करीब 50 करोड़ श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना है, और यह आंकड़ा हर किसी को चौंका सकता है। देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु इस भव्य आयोजन में शामिल होने के लिए ट्रेन से यात्रा करेंगे। लेकिन क्या हो अगर आपको कुंभ जाने के लिए कंफर्म टिकट न मिले? अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि भारतीय रेलवे ने श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम किए हैं, जिससे वे बिना रिजर्वेशन के भी यात्रा कर सकेंगे।
रेलवे का खास प्लान: अनारक्षित रिंग रेल सेवा
भारतीय रेलवे ने महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को सुगम यात्रा प्रदान करने के लिए करीब 3000 कुंभ स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला लिया है। इसमें गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, बिहार, दिल्ली, पंजाब, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और दक्षिण भारत के राज्यों से ट्रेन सेवाएं चलेंगी, जिनसे श्रद्धालु आसानी से महाकुंभ पहुंच सकेंगे।
लेकिन, यदि आप टिकट की भारी भीड़ या रिजर्वेशन की समस्या का सामना कर रहे हैं, तो रेलवे ने इसके लिए एक और आसान विकल्प पेश किया है। यदि आपको कंफर्म रिजर्वेशन नहीं मिल रहा है, तो आप आसपास के बड़े शहरों से रिंग रेल सेवा का लाभ उठा सकते हैं, जो आपको सीधे कुंभ तक पहुंचाएगी। इस सेवा के तहत, आप बिना रिजर्वेशन के भी यात्रा कर सकते हैं और प्रयागराज के संगम तक पहुंच सकते हैं।
रिंग रेल सेवा का शेड्यूल
रेलवे ने 10 जनवरी से 28 फरवरी तक अनारक्षित रिंग रेल सेवा शुरू करने का ऐलान किया है। यह ट्रेनें खासतौर पर कुंभ स्नान के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चलाई जाएंगी। हालांकि, मौनी अमावस्या स्नान की अवधि 28, 29 और 30 जनवरी को इन ट्रेन सेवाओं का संचालन नहीं होगा।
रेल मार्ग और ट्रेन नंबर
04111 - यह ट्रेन प्रयागराज जंक्शन से 06:00 बजे शुरू होगी और बनारस, भदोही, जौनपुर होते हुए अयोध्या धाम तक जाएगी, फिर वापस प्रयागराज जंक्शन आएगी।
04113 - यह ट्रेन प्रयागराज जंक्शन से 5:30 बजे शुरू होगी और यही रूट अपनाएगी, लेकिन इसमें मेमू ट्रेन के 12 कोच लगेंगे। यह ट्रेन भी यहीं से वापस लौटेगी।
अगले कुछ दिनों में अनारक्षित ट्रेन सेवाएं
इसके अलावा, प्रयागराज के लिए अन्य शहरों से भी अनारक्षित ट्रेनें चलाई जाएंगी, जिनसे श्रद्धालु बिना रिजर्वेशन के यात्रा कर सकेंगे। रेलवे ने यात्रियों को सुविधा देने के लिए इन ट्रेन सेवाओं का विस्तार किया है, ताकि कोई भी श्रद्धालु महाकुंभ के इस पवित्र अवसर को मिस न कर सके।
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