सार
तमिलनाडु की 234 विधानसभा सीटों में से 20 पर चुनाव लड़ रही भाजपा अपने गठबंधन अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम(AIADMK) के साथ दुबारा सत्ता हासिल करने की कोशिश करेगी। यहां एक ही चरण में 6 अप्रैल को वोटिंग होगी। इसी सिलसिले में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा यहां दो रैलियां और एक रोड शो कर रहे हैं।
चेन्नई, तमिलनाडु. पांच राज्यों तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, केरल, पुडुचेरी और असम में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति पार्टियों में युद्धस्तर पर चुनावी अभियान छिड़ा हुआ है। इस बार के चुनाव भाजपा गठबंधन और विपक्षी दलों के गठबंधन दोनों के लिए एक बड़ी चुनौती हैं। ये चुनाव देश की राजनीति का भविष्य तय कर देंगे।
तमिलनाडु की 234 विधानसभा सीटों में से 20 पर चुनाव लड़ रही भाजपा अपने गठबंधन अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम(AIADMK) के साथ दुबारा सत्ता हासिल करने की कोशिश करेगी। यहां एक ही चरण में 6 अप्रैल को वोटिंग होगी। इसी सिलसिले में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा यहां दो रैलियां और एक रोड शो कर रहे हैं। बता दें कि यहां 2011 से डीएमके सत्ता से बाहर है। सरकार बनाने डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन पूरी ताकत झोंक रहे हैं। जबकि भाजपा गठबंधन फिर से सरकार बनाने ऐड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। बता दें कि यहां एक ही चरण में 6 अप्रैल को वोटिंग होगी।
जेपी नड्डा ने कहा
- हमें डीएमके-कांग्रेस के भ्रष्टाचार और नीतिगत पक्षाघात के दिनों को भी याद रखना चाहिए। इसलिए मैं कहता हूं कि उनका गठबंधन 2G, 3G और 4G है! हमें DMK और कांग्रेस की वंशवाद की राजनीति को नकारना होगा। जम्मू-कश्मीर से केरल और गुजरात से पूर्वोत्तर तक सभी राजनीतिक दल परिवार की पार्टी बन गए हैं। केवल भाजपा ही विकासवाद की पार्टी है।
- कांग्रेस ने हमेशा स्थानीय मुद्दों और स्थानीय भावनाओं की अनदेखी की है। यह यूपीए सरकार थी, जब जल्लीकट्टू(सांडों का परपंरागत खेल) के खिलाफ अधिसूचना जारी की गई थी। यह जयराम रमेश थे, जिन्होंने इसका नेतृत्व किया और द्रमुक केवल दर्शक थे। आज वो वोट मांग रहे हैं। पीएम मोदी ने एक स्टैंड लिया, एक अध्यादेश लेकर आए और जल्लीकट्टू को लेकर स्थानीय लोगों की भावनाओं का ख्याल रखा। इसे अनुमति दी गई। तमिलनाडु के लोगों की आध्यात्मिकता के प्रति अपार भक्ति है, भाजपा पारंपरिक संस्कृति में विश्वास करती है और उसका सम्मान करती है। इस तरह की संस्कृति की रक्षा करने का काम करती है।
- पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद मछुआरों को मछली पकड़ने और उनकी आजीविका के लिए सर्वोत्तम और संभव सुविधाएं देने के लिए नीली क्रांति की शुरुआत की। मोदी ने जाफना का दौरा किया और घरों का पुनर्निर्माण कराया।
- तमिलनाडु में कपड़ा उद्योग के विकास के लिए 16,000 करोड़ रुपये प्रदान किए गए हैं। एक डिफेंस कॉरिडोर भी स्थापित किया जा रहा है, जो युवाओं को नौकरी के अवसर देगा।
- इस वर्ष, 2021-22 के लिए तमिलनाडु के विकास के लिए 2 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। निर्मला जी और एस जयशंकर दो महत्वपूर्ण कैबिनेट मंत्री तमिलनाडु से भी हैं।
- 13वें वित्त आयोग, तमिलनाडु को केवल 90,000 करोड़ रुपये दिए गए। 2014 में जब पीएम मोदी सत्ता में आए थे, तब तमिलनाडु को 19.5 लाख करोड़ रुपये मिले थे, जो विकास के लिए लगभग 500 गुना अधिक था।
स्कूलों में शिक्षा का माध्यम स्थानीय भाषाओं में किया जाएगा। हम यह देखेंगे कि शिक्षा पर ध्यान दिया जाए और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार किया जाए। - चेन्नई मेट्रो के लिए 3,770 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। मोनोरेल के लिए, 3,267 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि तमिलनाडु एआईडीएमके-भाजपा के नेतृत्व में बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में एक बड़ी छलांग लगाए।
- हम यह सुनिश्चित करेंगे कि DMK जमीनों को हथियाने में सक्षम न हो और गुंडाराज खत्म हो। DMK के भ्रष्टाचार को भी खत्म किया जाएगा।
बीजेपी-एआईडीएमके यह सुनिश्चित करेगी कि पंचमी की 12 लाख एकड़ जमीन को रिकवर कर एससी लोगों को सौंप दिया जाएगा। - बीपीएल परिवारों की बालिकाओं के नाम पर निधि में 1 लाख रुपये जमा किए जाएंगे।
- पीएम गरीब कल्याण पैकेज को पत्र और भावना में लागू किया गया, जिससे लोगों को लॉकडाउन के दौरान राहत मिली। एआईडीएमके सरकार ने भी टीकाकरण में गहरी दिलचस्पी ली है और इस पर काम कर रही है।
- पीएम मोदी और एआईडीएमके के गतिशील नेतृत्व में हम स्थानीय कला को प्रोत्साहित करेंगे और वोकल फॉर लोकल पर काम करेंगे।
- हम तंजावुर पेंटिंग, लकड़ी पर नक्काशी, हाथ की बुनाई, पत्थर पर नक्काशी, मिट्टी के बर्तनों और घास मैट उद्योगों पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे।