सार

देश पिछले साल से बुरे दौर कोरोना महामारी से गुजर रहा है। इस खतरनाक वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ी जा रही है और लोगों को वैक्सीन दी जा रही है। ऐसे में कई लोग ऐसे हैं, जो कि खुद आगे बढ़कर इसका टीका लगवा रहे हैं और वो इसका सर्टिफिकेट भी सोशल मीडिया फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सअप पर शेयर कर रहे हैं।

देश पिछले साल से बुरे दौर कोरोना महामारी से गुजर रहा है। इस खतरनाक वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ी जा रही है और लोगों को वैक्सीन दी जा रही है। ऐसे में कई लोग ऐसे हैं, जो कि खुद आगे बढ़कर इसका टीका लगवा रहे हैं और वो इसका सर्टिफिकेट भी सोशल मीडिया फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सअप पर शेयर कर रहे हैं, जो साइबर धोखाधड़ी करने वालों के एक हथियार का काम करता है। अपलोड किया हुआ सर्टिफिकेट आपकी जरूरी डिटेल्स का गलत तरीके से उपयोग कर सकता है। गृह मंत्रालय की ओर से जारी किया गया जागरुकता अभियान...

इसी वजह से गृह मंत्रालय की ओर से साइबर सिक्योरिटी को लेकर जागरुकता अभियान शुरू किया गया। उनकी ओर से लोगों को बताया गया कि 'आपके द्वारा सर्टिफिकेट अपलोड करने से आपकी जरूरी जानकारी सोशल मीडिया पर लीक हो सकती है, जिसका हैकर्स गलत उपयोग कर सकते हैं।' 

मंत्रालय की ओर से किया गया अनुरोध

मंत्रालय की ओर से लोगों से अनुरोध किया गया कि वो कोविड वैक्सीन के सर्टिफिकेट को सोशल मीडिया पर अपलोड ना करें क्योंकि इससे उसके साथ साइबर धोखाधड़ी हो सकती है।

वैक्सीनेशन के तीसरे फेस में है भारत 

भारत इन दिनों वैक्सीनेशन ड्राइव के तीसरे फेज में है। केंद्रीय सरकार की ओर से 18 साल और उससे ज्यादा के लोगों को भी वैक्सीन दी जाने की अनुमति दी जा चुकी है। पहले सरकार की ओर से उन लोगों को ही परमिशन दी गई थी, जो लोग 45 साल से ज्यादा के थे। 

हर दिन दर्ज किए गए 3 लाख से ज्यादा केस 

देश कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रहा है। हर दिन 3 लाख से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आते रहे हैं। हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि देश इस हफ्ते अपने अंतिम फेज में है और अगले हफ्ते तक कोरोना वायरस के मामलों में गिरावट देखी जा सकती है।