सार

अमेरिका में अपना कार्यकाल खत्म होने के आखिरी दिन लिए गए फैसलों में ट्रंप ने चीन को बहुत बड़ा झटका दिया है। ट्रंप सरकार ने अमेरिका में शाओमी सहित 9 प्रमुख चीनी कंपनियों को ब्लैक लिस्ट कर दिया है। अब इन कंपनियों को अपना बोरिया-बिस्तरा अमेरिका से बांधना पड़ेगा। 
 

टेक न्यूज: जबसे दुनिया में कोरोना फैला है,कई देशों के निशाने पर चीन आ गया है। चीन और अमेरिका के बीच के कड़वे संबंध किसी से छिपे भी नहीं है। ऐसे में अब जब ट्रंप सरकार की विदाई होने वाली है तो जाते-जाते डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में शाओमी सहित 9 चीनी कंपनियों को बैन कर दिया है। इस फैसले से चीन को बहुत बड़ा झटका लगा है। 

नवंबर तक की है डेडलाइन 
चीन की 9 कंपनियों को बैन करने के इस फैसले के बाद मार्केट में हलचल है। चीन की इन कंपनियों को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है। जिसके बाद अब इनके  अमेरिकी इन्वेस्टर्स को 11 नवंबर 2021 तक  अमेरिका छोड़ना होगा। बता दें कि अमेरिका ने इससे पहले चीनी कम्पनी Huawei और ZTE को भी ब्लैकलिस्ट कर दिया था। 

ये 9 कंपनियां हैं शामिल 
अमेरिका ने जिन कंपनियों को ब्लैक लिस्ट किया है उसमें दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी मोबाइल कम्पनी शाओमी के अलावा चीन की प्लेन बनाने वाली कम्पनी  Comac और तेल प्रॉडक्शन कंपनी Cnooc का भी नाम शामिल है। बता दें कि CNOOC चीन की सबसे बड़ी और सरकारी ऑयल कंपनी है। जहां   Comac की सीधी टक्कर अमेरिका की प्लेन कंपनी एयरबस और बोइंग से है,  वहीं शाओमी की सीधी टक्कर अमेरिका की एप्पल ( Apple Inc) से है। 

बैन करते हुए लगाया आरोप 
अमेरिका ने इन कंपनियों को देश में चीन का जासूस बताते हुए बैन कर दिया। अमेरिका का कहना है कि ये कंपनियां चीन की सेना के साथ साठगांठ किये है। अमेरिका ने कहा कि इन कंपनियों से देश की सिक्युरिटी को खतरा है इसलिए इन्हें बैन किया जा रहा है।