सार

ब्रैंडन डायल ने आरोप लगाए कि फेसबुक के एक ओपन सोर्स वेबसाइट पर ब्लैक लाइव्स मैटर के बैनर से साथी कर्मचारियों को जुड़ने की अपील की वजह से बिना उनका पक्ष जाने नौकरी से निकाला गया। 

टेक डेस्क। अमेरिकी के ब्लैक सिटीजन जॉर्ज फ्लायड की मौत के बाद सोशल मीडिया मीडिया पर कई दिनों से ब्लैक लाइव्स मैटर की मुहिम चल रही है। इसी मुहिम की वजह से आर्प है कि फेसबुक ने अपने एक कर्मचारी को नौकरी से निकाल दिया है। अब सोशल मीडिया पर फेसबुक के कदम की आलोचना हो रही है। फेसबुक के कई कर्मचारी डोनाल्ड ट्रम्प की वजह से मार्क जुकरबर्ग का विरोध कर रहे हैं। 

फेसबुक से निकाले गए कर्मचारी का नाम ब्रैंडन डायल है। ब्रैंडन डायल कंपनी में इंजीनियर के रूप में काम करते थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्रैंडन डायल ने आरोप लगाए कि फेसबुक के एक ओपन सोर्स वेबसाइट पर ब्लैक लाइव्स मैटर के बैनर से साथी कर्मचारियों को जुड़ने की अपील की वजह से बिना उनका पक्ष जाने नौकरी से निकाला गया। 

फेसबुक ने सफाई का मौका भी नहीं दिया 
इस बारे में डायल ने एक ट्वीट भी किया है। उन्होंने लिखा, "मैंने अपने साथियों को ट्विटर पर ब्लैक लाइव्स मैटर के सपोर्ट के लिए कहा था। मैं अपने कहे पर अब भी कायम हूं। उन्होंने (फेसबुक) मुझे सफाई का मौका भी नहीं दिया।" उधर, फेसबुक ने डायल को नौकरी से निकाले जाने की पुष्टि तो की, मगर डायल के आरोपों और इस बारे ज्यादा डिटेल देने से मना कर दिया है। 

ट्रंप के पोस्ट पर हुआ था विवाद
अमेरिका में जॉर्ज फ्लायड की पुलिस उत्पीड़न से मौत के बाद वहां हिंसक प्रोटेस्ट हो रहे हैं। पिछले दिनों इन्हीं दंगों को लेकर फेसबुक पर ट्रम्प ने एक पोस्ट किया था। हालांकि ट्रम्प की पोस्ट पर विवाद शुरू हो गया और इसे हटाने की मांग ज़ोर पकड़ने लगी। बाद में फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने बचाव करते हुए ट्रम्प की पोस्ट पर कार्रवाई से मना कर दिया था। जुकरबर्ग के फैसले का फेसबुक के कई कर्मचारियों ने विरोध किया था। 

बताते चलें कि ट्रम्प के कैम्पेन का टूल न बनने को लेकर तमाम लोगों ने फेसबुक को आगाह किया है।