सार

भारतीय वेव डेवलपर भावुक जैन ने एप्पल में भी एक हैंकिंग की गुंजाइश निकाल दी। इसके बाद कंपनी ने उन्हें इनाम के तौर पर 75 लाख रुपए दिए हैं। 

नई दिल्ली। एप्पल कंपनी अपने मोबाइल्स की सिक्योरिटी के लिए जानी जाती है। इस कंपनी को मोबाइल्स को लोग सुरक्षा के लिए ही मंहगा खरीदते हैं। 27 साल के एक भारतीय वेव डेवलपर भावुक जैन ने एप्पल में भी एक हैंकिंग की गुंजाइश निकाल दी। इसके बाद कंपनी ने उन्हें इनाम के तौर पर 75 लाख रुपए दिए हैं। कंपनी ने प्रोबल्म फिक्स कर दी है। 

यह है पूरा मामला
भावुक जैन ने बताया कि एप्पल ने पिछले साल जून में साइन इन विथ एप्पल नाम का फीचर लॉन्च किया था। इसमें साइन इन करके एप्पल स्टोर में किसी दूसरे ऐप को भी चला सकते हैं। जैसे ही दूसरे ऐप को डाउनलोड करते हैं तो उसे इस फीचर के साथ साइन इन करना पड़ता है। इसके बाद वह ऐप थर्ड पार्टी हो हो जाता है। जैसे ही मैंने इस फीचर को देखा तो मैंने जाना कि ईमेलआईडी तीसरी पार्टी के पास एक्सेसेबल है। इसके बाद मैंने इसमें कमी ढ़ूंढी। थोड़े ही समय में मैंने उसमें एक कमी निकाल दी। इस कमी की वजह से पूरा फोन हैक किया जा सकता था। मैंने इसकी जानकारी कंपनी को दी। कंपनी ने प्रोबल्म फिक्स कर दी है और मुझे इनाम स्वरूप 75 लाख रुपए दिए हैं। 

बग बाउंटी प्रोग्राम के तहत मिली रिवॉर्ड मनी
बग बाउंटी प्रोग्राम एप्पल के द्वारा चलाया जाता है। इसका मतलब है कि कमी निकालो और इनाम पाओ। इसके तहत अगर कोई एप्पल के सिक्योरिटी सिस्टम में कमी निकालता हैं और कंपनी को इन्फॉर्म करता है, तो उसे रिवॉर्ड मनी दिया जाता है। इस रिवॉर्ड के लिए कंपनी द्वारा 10 लाख डॉलर (लगभग 7 करोड़ रुपए) तक की राशि दी जा सकती है। कमी जितनी बड़ी होगी रिवॉर्ड मनी भी उतना ही बड़ा होगा।