सार
फेसबुक ने रिलायंस जियो में 9.99% की हिस्सेदारी खरीद ली है। इसके बाद कयास ये लगाए जा रहे हैं कि व्हाट्सएप का उपयोग कर ग्राहक रिलायंस रिटेल यानी JioMart से किराने के सामान खरीद सकते हैं। लेकिन इस साझेदारी से और भी ऐसी चीजें हैं जो ग्राहकों के लिए सुविधाजनक हो सकता है।
नई दिल्ली. फेसबुक ने रिलायंस जियो में 9.99% की हिस्सेदारी खरीद ली है। इसके बाद कयास ये लगाए जा रहे हैं कि व्हाट्सएप का उपयोग कर ग्राहक रिलायंस रिटेल यानी JioMart से किराने के सामान खरीद सकते हैं। लेकिन इस साझेदारी से और भी ऐसी चीजें हैं जो ग्राहकों के लिए सुविधाजनक हो सकता है। तो आइए जानते हैं कि ऐसी कौन-कौन सी चीजें हैं जो आने वाले दिनों में हमें इस प्लेटफॉर्म पर देखने को मिल सकता है।
पेमेंट
पेमेंट एक ऐसा मामला है जहां दोनों कंपनिया पेमेंट स्पेस में शामिल होने में रुचि दिखाई है। Jio में जहां JioMoney है वहीं फेसबुक लोगों को US में मैसेंजर के जरिए पेमेंट करने का ऑप्शन देता है। व्हाट्सएप भी अब भारत में UPI- बेस्ड पेमेंट एप्लिकेशन है। वहीं अगर भारत में फेसबुक की बात करें तो इसमें भी लिब्रा क्रिप्टोकेरेंसी का ऑप्शन दिया जाता है जो एक थर्ड पार्टी डिजिटल पेमेंट है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि इस सौदे के बाद बड़े पैमाने पर क्रिप्टो-आधारित पेमेंट के प्रयोग के लिए एक और कदम हो सकता है और उसके लिए भारत एक शानदार टेस्टिंग ग्राउंड हो सकता है।
मोबाइल गेमिंग
टेलीकॉम स्पेस में रिलायंस के प्रवेश के बाद भारत में जियो ने डेटा को सस्ता और लोगों की पहुंच में लाने में अहम भूमिका निभाई है। इसका असर यह हुआ कि भारत में मोबाइल गेमिंग टॉप पर आ गया है। इससे डेवलपर्स को अधिक गेमर्स तक पहुंचने में मदद मिली। कई गेम डेवलपर्स का भी मानना है कि Jio के आने के बाद देश में मोबाइल गेमिंग के तरीके बदल गए हैं।
बतादें कि फेसबुक का गेमरूम कुछ साल पहले तक डेवलपर्स के बीच काफी लोकप्रिय था। प्लेटफॉर्म में बहुत सारे गेम्स थे लेकिन यह बहुत ज्यादा पॉपुलर नहीं हो सका। ऐेसे में अब यह माना जा रहा है कि Microsoft की तरह Jio भी अपने नेटवर्क पर गमर्स को आने के लिए कह सकता है और इन गेमर्स का इस्तेमाल फेसबुक गेमिंग कंटेंट को बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। साथ ही फेसबुक ने हाल ही में अपना गेमिंग ऐप लॉन्च किया है। जिसे आप जियो के नेटवर्क के साथ के खेल सकते हैं।
वीडियो स्ट्रीमिंग
Facebook और Reliance Jio दोनों के पास अपने-अपने वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म हैं। जहां Jio का JioMovies है वहीं फेसबुक यहां Facebook वॉच प्लेटफॉर्म को आगे बढ़ा रहा है। ऐसे में फेसबुक वॉच और JioMovies दोनों दूसरे को जो ऑफर करना है उसे बढ़ा सकते हैं।
फेसबुक वॉच में बहुत सारे यूजर जनरेट किए गए कंटेंट हैं, जिन तक Jio की पहुंच नहीं है और Jio के पास पहले से ही प्लेटफॉर्म पर फिल्में पाने के लिए कॉन्टैक्ट प्लेस हैं। ऐसे में फेसबुक और जियो अपनी भागीदारी को भुनाने के लिए अपनी साझेदारी का उपयोग कर सकते हैं। बतादें कि फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) और EY की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत का वीडियो स्ट्रीमिंग बाजार 2019 में 378 मिलियन से 2022 तक 488 मिलियन व्यूवर तक बढ़ने की उम्मीद है।
इसके साथ ही कई ऐसी सुविधाएं हैं जो इन दोनों कंपनियों के साथ आने के बाद हमें देखने को मिल सकता है।