सार

UAE का न्याय मंत्रालय कोर्ट में एडवांस जनरेटिव AI वर्चुअल आइशा को जल्द ही लॉन्च होने वाली है। AI मॉडल आइशा कोर्ट के बाहर लोगों की मदद करेगी। यह पहल कानूनी प्रणाली में AI को शामिल करने के लिए जरूरी कदम है। वह AI मॉडल ऐप, ऑडियो और तस्वीरें बना सकती है।

बिजनेस डेस्क. UAE का न्याय मंत्रालय कोर्ट में एडवांस जनरेटिव AI वर्चुअल आइशा को जल्द ही लॉन्च होने वाली है। AI मॉडल आइशा कोर्ट के बाहर लोगों की मदद करेगी। यह पहल कानूनी प्रणाली में AI को शामिल करने के लिए जरूरी कदम है। वह AI मॉडल ऐप, ऑडियो और तस्वीरें बना सकती है।

कोर्ट के काम आयशा करेगी आसान

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आयशा कोर्ट हाउस के गेट पर तैनात रहेंगी। यहां पर ये बॉट लोगों की मदद करेंगी। वह लोगों के लिए ड्राफ्ट तैयार कर सकेंगी। साथ ही किसी केस के लिए गाइड भी कर सकती है। इसका उद्देश्य न्यायाधीशों, वकीलों और मुवक्किलों को सशक्त बनाकर न्यायिक प्रणाली को बेहतर बनाना है। आइशा की खास बात ये है कि जजों को कानूनी मिसालों तत्काल मुहैया कराना है। साथ ही पिछले मामलों में डेटासेट को एनालिसिस कर संबधित फैसलों की पहचान कर सकती है।

वकीलों को भी मिलेगा बॉट का फायदा

वकीलों को भी आयशा की इंटेलिजेंस का फायदा मिलेगा। इस बॉट में लाखों मामलों का डेटाबेस है, जो व्यापक कानूनी जानकारी और सलाह प्रदान कर सकती है। इससे कानूनी शोध प्रक्रिया आसान हो जाएगी। आयशा कोर्ट के गेट  पर लोगों की कानूनी मदद भी करेगी।

AI बनाएगा कानूनी प्रक्रिया को मजबूत

आइशा की शुरुआत कानूनी कार्यबल में AI के प्रभाव को दिखाता है। यह इस बात पर जोर देता हि कि AI का काम ह्यूमैन एक्सपर्ट्स को हटाना नहीं बल्कि ग्रोथ के लिए एक शक्तिशाली गैजेट के रूप में काम करना है। AI के लिए समझ बढ़ाकर इसका बेहतर इस्तेमाल किया जा सके। 

यह भी पढ़ें…

यस बैंक ने 500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला, कुछ और पर गिर सकती है गाज, जानें वजह