देश में ठंड बढ़ गई है। लोग हीटर और आग का सहारा ले रहे हैं। ऐसे में एक बल्ब आपको गर्म रख सकता है। इस बल्ब से रोशनी भी मिलती है, गर्माहट भी रहती है और बिजली की खपत भी कम होती है, जिससे बिल ज्यादा नहीं आता है।
Samsung कस्टमर को चुनिंदा प्रोडक्ट्स खरीदने पर गैलेक्सी जेड फोल्ड4, गैलेक्सी ए23 या सैमसंग लाइफस्टाइल साउंडबार दे रही है, वो भी बिल्कुल मुफ्त। सैमसंग की ऑफिशियल ऑनलाइन स्टोर, सैमसंग शॉप और रिटेल स्टोर्स पर इस डील का लाभ उठा सकते हैं।
फ्लिपकार्ट पर बेहद आईफोन-13 पर धमाकेदार ऑफर चल रहा है। इसे खरीदने का आपके पास शानदार मौका है। अगर आप अपने सपनों का फोन लेना चाहते हैं तो बिना समय गंवाए इस डिस्काउंट का लाभ उठाएं। क्योंकि स्टॉक खत्म भी हो सकता है।
यूएसए के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी टिक-टॉक पर बैन लगाने के पक्ष में थे। संघीय संचार आयोग यानी FCC ने भी एपल और गूगल को अपने एप स्टोर से टिकटॉक हटाने की सलाह दी थी। सीनेट में भी इसको लेकर एक बिल पास हुआ था।
कड़ाके की ठंड में कई डिवाइस ऐसे होते हैं, जिनके इस्तेमाल से बिजली बिल सातवें आसमान पर पहुंच सकता है। ऐसे में अगर आप बिजली बिल हाफ करना चाहते हैं तो इन डिवाइस का यूज तुरंत ही रोक दें। क्योंकि इनका इस्तेमाल रेगुलर बेस पर होता है।
नई स्मार्ट टीवी लेने जा रहे हैं तो कम से कम 15 से 20 हजार रुपए खर्च करने पड़ सकते हैं। अगर आप नहीं चाहते कि ये पैसे खर्च हों तो पुरानी टीवी को ही स्मार्ट बना सकते हैं। इसके लिए आपको एक डिवाइस खरीदनी पड़ेगी। जो बेहद सस्ती आती है।
कई बार ऐसा होता है जब फोन पे, गूगल पे या पेटीएम से गलती से पैसा किसी गलत अकाउंट में ट्रांसफर हो जाता है। ऐसी स्थिति में इन प्लेटफॉर्म की कोई जिम्मेदारी नहीं होती है। क्योंकि ये थर्ड पार्टी प्लेटफॉर्म होते हैं। ऐसे में पैसे कैसे वापस पाएं ये सबसे बड़ा सवाल होता है।
स्मार्टफोन, लैपटॉप, स्मार्ट टीवी या कोई भी इलेक्ट्रॉनिक सामान तेजी से अपडेट हो रहा है। ऐसे में पुराने प्रोडक्ट्स का यूज बंद करने की बजाय उन्हें बेचकर अच्छे पैसे कमाए जा सकते हैं। अगर आपके घर में भी कोई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पर धूल पड़ रही है तो ऑनलाइन बेच सकते हैं।
टेक डेस्क : क्या आप भी फोन की ब्राइटनेस (Phone Brightness) हमेशा बढ़ाकर रखते हैं? यह खतरनाक हो सकता है। टेक एक्सपर्ट हमेशा ही स्मार्टफोन (Smartphone) की ब्राइटनेस मीडियम रखने की सलाह देते हैं। उनके मुताबिक, ब्राइटनेस को हाई पर सेट रखने से कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है। इससे स्मार्टफोन डैमेज हो सकता है। उसे बनवाने में ज्यादा खर्च लग सकता है। आंखों की सेहत के लिए भी यह ठीक नहीं। इतना ही नहीं इससे बैटरी तक फटने का खतरा होता है। आइए जानते हैं फोन की फुल ब्राइटनेस से क्या-क्या नुकसान हो सकता है..
वॉट्सएप की तरफ से कुछ समय पहले ही कहा गया था कि कंपनी आने वाले साल पर फोकस करती है। ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले मोबाइल फोन पर उसका ध्यान रहता है। नए साल से पहले कुछ स्मार्टफोन में वाट्सएप बंद कर दिया जाएगा।