सार
इंडियन कस्टम ने VIVO India पर कस्टम बेनिफिट का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। रेवेन्यू इंटेलिजेंस विंग द्वारा जांच में यह आरोप लगाया गया है।
नई दिल्लीः भारतीय सीमा शुल्क (Indian Customs) ने VIVO India को कस्टम बेनिफिट का दुरुपयोग करने को लेकर नोटिस जारी किया है। कस्टम ऑफिसर्स ने उनसे 22 अरब रुपये भारतीय मुद्रा की मांग की है। भारतीय सीमा शुल्क निदेशालय के राजस्व खुफिया विंग (Revenue Intelligence Wing) द्वारा जांच के अनुसार आरोप लगाया गया है। आरोप है कि वीवो इंडिया ने भारत में गैजेट निर्माताओं को दिए सीमा शुल्क लाभों (Custom Benifits) का दुरुपयोग किया है। चीनी गैजेट समूह दुनिया भर में प्रभुत्व रखते हैं।
इससे पहले शाओमी को भेजा गया था नोटिस
जनवरी 2022 में मोबाइल हैंडसेट बनाने वाली चीन की कंपनी Xiaomi की भारतीय ईकाई पर कस्टम ड्यूटी चोरी का आरोप लगाया गया था। वित्त मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक आयात शुल्क की कथित चोरी को लेकर 653 करोड़ रुपये का नोटिस जारी किया गया था। कंपनी ने इस आरोप पर सफाई भी दी थी।
जारी किया गया था कारण बताओ नोटिस
Xiaomi इंडिया को उसके परिसरों में तलाशी के दौरान बरामद दस्तावेजों के आधार कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने जांच के दौरान पाया था कि Xiaomi इंडिया और उसके अनुबंध वाली विनिर्माता कंपनियां द्वारा आयात किए गए माल के निर्धारित मूल्य में रॉयल्टी की राशि शामिल नहीं थी, जो सीमा शुल्क कानून का उल्लंघन है। मंत्रालय ने कहा कि लेनदेन मूल्य में 'रॉयल्टी और लाइसेंस शुल्क' नहीं जोड़कर Xiaomi इंडिया सीमा शुल्क से बच रहा था।
शाओमी ने दी थी सफाई
इस आरोप पर Xiaomi India की ओर से सफाई भी दी गई थी। कंपनी ने कहा था कि हम सभी भारतीय कानूनों का पालन करते हैं। फिलहाल हम नोटिस की विस्तार से समीक्षा कर रहे हैं। एक जिम्मेदार कंपनी के रूप में हम सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ अधिकारियों की मदद करेंगे।
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